” मड़वा पॉवर प्लांट ” से बिजली के साथ साथ ” ब्लैकमनी ” का भी उत्पादन शुरू |
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद छत्तीसगढ़ में चुनावी चंदा वसूलने को लेकर आयकर विभाग और ईडी दिल्ली की टीम बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है | जल्द ही यह टीम कुछ लोगो के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई कर सकती है | हाल ही में आयकर विभाग और ईडी की टीम ने मध्यप्रदेश में ” चुनावी चंदे ” पर फंदा कसकर दिल्ली ,भोपाल और छिंदवाड़ा में कई नेताओ की नींद उड़ा दी थी | कुछ इसी तर्ज पर कार्रवाई के आसार रायपुर में नजर आ रहे है | हालांकि आयकर विभाग ने गोपनीय ढंग से छत्तीसगढ़ के एक सरकारी महकमे में इकट्ठा होने वाली कमीशन की रकम पर छापेमारी कर प्राथमिक कार्रवाई कर दी है | यह मामला राज्य की मौजूदा भूपेश बघेल सरकार के लिए गले की फांस बन सकता है | लेकिन अब आयकर के अलावा ईडी दिल्ली की टीम के राडार में कई बड़े अफसर और चंदा देने वाले ” सेठ जी ” आ गए है |
ताजा मामला सरकार के कोरबा स्थित ” मड़वा पॉवर प्लांट ” से जुड़ा है | इस पॉवर प्लांट में कार्य करने वाली एक बड़ी कंपनी ने चेन्नई से एक राजनैतिक दल को चुनाव के दौरान करोडो में चढ़ोत्तरी चढ़ाई थी | यह रकम एक “पेटी कॉन्ट्रैक्टर ” के बैंक एकाउंट में चेन्नई से रूट हुई थी | रायपुर के एक बैंक के जरिए धीरे -धीरे रकम निकालकर उसे ” एकमुश्त ” उस राजनैतिक दल के विश्वांसपात्र कार्यकर्ता को सौपी गई थी | इस लेन-देन पर ईडी दिल्ली की टीम ने भी अपनी नजरे गढ़ाए रखी थी | बताया जाता है कि निगरानी के दौरान यह तथ्य सामने आया है कि ” चुनावी चंदे ” के लिए चेन्नई की कंपनी ने अपने ” पेटी कॉन्ट्रैक्टर ” के माध्यम से बड़े पैमाने पर बोगस
बिलिंग का सहारा लिया था | कंपनी के चार्टेड एकाउंट से सलाह लेने के बाद यह रकम छत्तीसगढ़ के उस ” पेटी कॉन्ट्रैक्टर ” के खाते में जमा कराई गई थी | गौरतलब है कि चुनावी चंदे और लेन-देन के माध्यमों पर ईडी दिल्ली की टीम ने देश भर के कई संस्थानों और दान- दाताओ पर अपनी निगरानी बढ़ा दी थी | इसी के चलते ईडी और आयकर विभाग की सयुक्त टीम ने मध्यप्रदेश में चुनावी चंदे पर अपना फंदा कस दिया था |
बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ में एन चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में कोरबा स्थित ” मड़वा पॉवर प्लांट ” के एक बड़े कॉन्ट्रैक्टर से ” चुनावी चंदे ” के लिए चली बातचीत का पूरा ब्यौरा ईडी दिल्ली की टीम ने जुटा लिया था | लेकिन किन्ही कारणों से तुरंत कार्रवाई के लिए सीनियर अधिकारियों ने रोक लगा दी थी | सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ” मड़वा पॉवर प्लांट ” के कॉन्ट्रैक्टर को एक रणनीति के तहत ब्लैकमनी रूट करने का मौका दिया गया था , ताकि उसके आलावा ” पेटी कॉन्ट्रैक्टर ” के बीच हुए ट्रांजैक्शन के सबूतों को गैर क़ानूनी करार दिया जा सके | छत्तीसगढ़ में चुनावी चंदे को लेकर आयकर विभाग के सक्रिय होने के बाद अब ईडी दिल्ली की टीम भी संदिग्धों के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाने में लगी है | यह भी बताया जा रहा है कि ईडी दिल्ली की टीम जल्द ही रायपुर में भी दबिश देगी |