भोपाल / रायपुर – मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में उपचुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है | मध्यप्रदेश में 28 और छत्तीसगढ़ की एक मात्र मरवाही विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनावों के लिए मतदान सुबह 7 से शुरू हो गया है | यह शाम 6 बजे तक जारी रहेगा | इस दौरान कोविड-19 से जुड़े सभी प्रतिबंधों और दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा। छत्तीसगढ़ में एक मात्र मरवाही विधानसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर है | यही हाल मध्यप्रदेश का है | सभी 28 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी बीजेपी को कड़ी टक्कर दे रहे है |

इस बीच सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात्रि कई विधानसभा सीटों पर वोटरों को लालच देने की घटनायें सामने आई है | इन मामलों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही मतदाताओं को बरगलाने का एक दूसरे पर आरोप लगाया है | मालवा में मंत्री तुलसी सिलावट की विधानसभा सीट में वोटरों को लालच देने को लेकर रातभर बवाल हुआ | कांग्रेस ने आरोप लगाया कि तुलसी सिलावट के कार्यकर्ता वोटरों को मुफ्त साड़ी और नारियल बांट रहे है | उन्होंने कुछ इलाकों से इसकी बरामदगी कर चुनाव आयोग को मामले की शिकायत भी की | उधर बीजेपी ने इसे कांग्रेस की साजिश बताते हुए कहा कि हर के डर से वो इस तरह की झूठी शिकायत कर रही है | उसका आरोप है कि कांग्रेसियों ने कई इलाकों में खुद साड़ी और नगदी बांटी और आरोप बीजेपी पर मढ़ दिया |
मध्यप्रदेश में कोरोना को लेकर मतदान के दौरान काफी जागरूकता देखी जा रही है | वोटर नियमों का पालन करते नजर आए | उधर राज्य के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अरुण तोमर ने बताया कि मतदान का अंतिम एक घंटे का समय कोविड-19 के रोगियों और पीड़ितों के लिए होगा। राज्य में हो रहे उपचुनावों में 28 सीटों पर कुल 355 उम्मीदवार मैदान में हैं, इनमें राज्य सरकार के 12 मंत्री भी शामिल हैं।
तोमर ने बताया कि मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए करीब 33 हजार सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है | ये सभी प्रदेश के 19 जिलों में बने मतदान केंद्रों व अन्य प्रमुख स्थानों पर तैनात किये गए है , ताकि स्वतंत्र और निश्पक्ष चुनाव कराया जा सके।

उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान औचक निरीक्षण के लिए 250 उड़न दस्ते, 173 निगरानी दल बनाए हैं और 293 पुलिस चौकियां बनाई गई हैं। उनके मुताबिक 28 सीटों पर कुल 63.67 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए आयोग ने 9,361 मतदान केंद्र बनाए हैं। इनमें से 3,038 को ‘संवेदनशील’ श्रेणी में रखे गए हैं।

उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान के दौरान प्रदेश की प्रमुख पार्टियों भाजपा और कांग्रेस के बीच एक-दूसरे को लेकर काफी तीखी बयानबाजी देखने को मिली थी। राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, ज्यादातर सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है, जबकि ग्वालियर चंबल क्षेत्र की दो या तीन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, राज्य की पूर्व सीएम उमा भारती सहित अन्य ने अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभाएं की थीं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी की ओर से पूर्व सीएम कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और राजस्थान से आए सचिन पायलट ने भी अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए मतदाताओं को लुभाने के लिए राज्य में चुनावी रैलियों को संबोधित किया था।

मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार 230 सदस्यों वाली विधानसभा की 28 सीटों पर एक साथ उपचुनाव होने जा रहे हैं। इनमें से 25 सीटें पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जीत दर्ज की थी। परंतु बाद में कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे और अब भाजपा के इस उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतर रहे हैं।

तीन अन्य सीटों पर उपचुनाव मौजूदा विधायकों के निधन के कारण खाली हो जाने की वजह से कराया जा रहा है। भाजपा के पास वर्तमान में 107 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के सदन में 87 विधायक हैं। उपचुनाव के परिणाम 10 नवंबर को मतगणना के बाद घोषित किए जाएंगे।इधर छत्तीसगढ़ की एक मात्र मरवाही विधानसभा सीट पर जोगी परिवार की दावेदारी खत्म होने से बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है | यहां जोगी कांग्रेस के चार में से दो विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन देकर उसका पाला मजबूत कर दिया है | जबकि शेष दो विधायकों ने बीजेपी को समर्थन दिया है |
