सतना / स्वास्थ्य सेवाएं के मामलों में आज भी हमारे देश में स्थिति औसत से भी निचले स्तर की है | यह हकीकत है और ग्रामीण इलाकों में तो हालात और भी नाजुक है | मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी का दावा करने वाली सरकार के एक जिले से शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है | यहां के प्रशासनिक अमले पर इस घटना की जिम्मेदारी ठहराते हुए कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए | ये घटना भले ही सतना जिले से सामने आई हो , लेकिन इसने पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया है।

इस जिले में एक बार फिर मानवता उस वक्त तार-तार होते नजर आई , जब यहां पहले तो प्रसूता को एंबुलेंस नसीब नहीं हुई | बगैर स्वास्थ्य कर्मियों के पीड़ित महिला को घर में ही प्रसव हो गया | परिजनों और पड़ोसियों ने वाहन नहीं मिलने की मजबूरी में प्रसूता और उसके नवजात शिशु को कचरे वाले ठेले के द्वारा अस्पताल मेें लाकर भर्ती किया गया। यहां भी सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था में लापरवाही होने के चलते पीड़ितों को इलाज भी न मिलने के कारण नवजात की मौत हो गई।

उधर प्रदेश सरकार द्वारा अस्पतालों में एंबुलेंस की व्यवस्था करने और गरीबों के समुचित इलाज की सुविधा का अक्सर ऐलान किया जाता है | लेकिन हकीकत क्या है वो इस घटना से बयां हो रहा है | जानकारी के अनुसार प्रसूता ने घर में नवजात को जन्म दिया था लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ गई जिसे अस्पताल ले जाने के लिए वाहन का प्रबंध नहीं हो रहा था। प्रसूता के स्वजनों ने एंबुलेंस से संपर्क किया लेकिन एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई। परेशान गरीब ने कचरा इकट्ठा करने वाले ठेला के माध्यम से प्रसूता एवं नवजात को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोठी पहुंचा। बताया जाता है कि यहां भी समय पर इलाज न मिलने के कारण नवजात की मौत हो गई। नवजात की मौत पर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

उधर लापरवाही से बच्ची की मौत के मामले में अस्पताल के डॉक्टरों ने पल्ला झाड़ लिया है। चिकित्सक एसके वर्मा ने दावा किया कि बच्ची की मौत गर्भ में ही हो चुकी थी | उनके मुताबिक एंबुलेंस व्यवस्था जनता के लिए ही है। चिकित्सक ने कहा कि इस लापरवाही के बारे में पता लगाया जाएगा। इस मामले में जब हंगामा बढ़ा तो आनन-फानन में जिले का स्वास्थ्य अमला अस्पताल पहुंचा। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने कोठी अस्पताल का जायजा लिया | उन्होंने बताया कि पीड़िता के बयान दर्ज कर इस मामले में जांच भी शुरू कर दी गई है।
