रिपोर्टर – रफीक खांन
सुकमा – जिला मुख्यालय सुकमा में विगत पच्चीस दिनों से जारी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख अंग ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन व ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के बेनर तले कलेक्टोरेट के सामने धरना जारी है । छिंदगढ ब्लाॅक के गुमा ग्राम पंचायत के रहने वाले दिव्यांग तुलाराम को नागरिक आपूर्ति निगम में 15/5/2017 से लेखापाल के रूप में नौकरी मिलने के बाद निकाल दिए जाने को लेकर जारी धरना अपने पुरे शवाब पर दिख रही है । दोनों पैरों से विकलांग तुलाराम को न्याय दिलाने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व विधायक आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विधायक मनीष कुंजाम ने कमर कस ली है ।
यह लड़ाई सुकमा जिला के गुमा ग्राम पंचायत के उस तुलाराम के लिए लड़ी जा रही है । जो तीन साल के सेवा उपरांत नागरिक आपूर्ति निगम के जिला अधिकारी के द्वारा मौखिक में यह कह कर नौकरी से निकाल दिया जाता है कि अब आप मत आना । जिसके बाद उक्त लेखापाल के पोस्ट पर नियुक्त तुलाराम को नौकरी में लिए जाने को लेकर जिला प्रशासन से गुहार लगाई जाती है किन्तु आश्वासन के सिवा कुछ हाथ नहीं आता है । इस पुरे मामले में नागरिक आपूर्ति निगम के जिला अधिकारी आनंद कुमार एक्का बड़ी होशियार से उक्त पोस्ट पर अपने भतीजे को सेवा में लगा देते हैं । और तुलाराम दिव्यांग को बहार का रास्ता दिखा देते हैं ।
ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन व ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के पदाधिकारियों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार तुलाराम को नौकरी में लिए जाने को लेकर स्थानीय विधायक मंत्री छत्तीसगढ़ शासन कवासी लखमा व मंत्री पुत्र जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी से गुहार लगाई जाती है । किन्तु मांग पुरी नहीं होने पर सीपीआई के मार्गदर्शन में ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन व ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के कार्यकर्ताओं द्वारा जिला मुख्यालय के सामने अनिश्चिता कालीन धरना प्रदर्शन पर है । विगत पच्चीस दिनों से जारी इस धरना प्रदर्शन में इस बेनर को पार्टी समर्पित अलग अलग संगठनों व समाजिक संगठनों का समर्थन भी मिलता है । किन्तु धरना जारी रहती है । और है । पार्टी के बड़े नेताओं का साथ मिलने के बाद जिले के सभी ब्लाॅक मुख्यालयों व अनेकों गाँवों में उक्त नागरिक आपूर्ति निगम के जिला अधिकारी के साथ मंत्री कवासी लखमा तक का पुतला फूंका जाता है। लेकिन न्याय नहीं मिलने से धरना जारी है । इन पच्चीस दिनों में यह खबरें मीडिया में प्रकाशित भी होती है पर जिला प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता । सवाल यह है कि क्या इतना गैर जिम्मेदार हो गई है जिला प्रशासन ?
आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने लगाये कई आरोप
तुलाराम नाग को नौकरी से बेदखल करने को लेकर तथा अन्य तकनीकी सहायक के लिए पोस्टेड भर्ती को निरस्त करने । पुनः स्थानीय उम्मीदवारो को प्राथमिकता देने । विभिन्न तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों की भर्ती में स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता देने की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन को लेकर सीपीआई नेता मनीष कुंजाम लगातार जिले के अलग-अलग ब्लाॅक मुख्यालयों में धरन प्रदर्शन कर रहे हैं । इस दौरान कुंजाम प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए मंत्री कवासी लखमा व पुत्र हरीश कवासी पर आरोप लगा रहें हैं । मनीष कुंजाम ने कहा कि , बेरोजगारों को दर किनार करते हुए, जो पैसे देते हैं उन को नौकरी में लगाया जा रहा है, तुलाराम विकलांग है किंतु मानसिक रूप से फिट हैं, वह तीन साल तक सेवा दिया है, उसी के मार्गदर्शन में काम सीखे, अन्य व्यक्ति को सात लाख रुपए लेकर नौकरी पर लगाया गया है । वहीं तकनीकी सहायक अभियंता पोस्ट जो की जिला पंचायत द्वारा जारी भर्ती में स्थानीय लोगों की भर्ती का दावा करते हुए । नियम शर्तों के साथ निविदा आमंत्रित करती है और अपने प्रतिभा से अधिक अंकों के साथ जिले में सबसे ज्यादा पर्सेंट लाए । एक बेरोजगार आदिवासी युवती को नहीं लेते हुए । नियम कानून को ताक पर रख दूसरे जिले से नियुक्त किया जाता है । वो जिसका परसेंटेज कम हैं और पात्र नहीं है । उक्त संगीता नाम के युवती को लेकर भी यह लड़ाई लड़ी जा रही हैं ।
मंत्री पुत्र जिला पंचायत अध्यक्ष के आश्वासन के बाद भी धरना जारी
इस मामले को लेकर हाल ही में दुरवा समाज के पदाधिकारियों द्वारा मंत्री पुत्र जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी से मिल दिव्यांग तुलाराम को नौकरी पर लेने की मांग की जाती है । जिस पर हरीश कवासी द्वारा जिला प्रशासन व मंत्री कवासी लखमा को पुरे मामले को अवगत कराते हूए । तुलाराम को न्याय दिलाया जायेगा कह कर आश्वासन दिया जाता है । किंतु भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मनीष कुंजाम व भारतीय कांग्रेस पार्टी के पांच बार के विधायक वर्तमान मंत्री छत्तीसगढ़ शासन कवासी लखमा से राजनितिक लड़ाई को हवा देते हूए । मिलें मुद्दे को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मनीष कुंजाम पुरी तरह से भुनाते हूए । हर वर्ग विशेष जनता तक इन बातों को लेकर जा रही है ।
जिला प्रशासन पर संज्ञान नहीं लेने का आरोप
बितें पच्चीस दिनों से जारी ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन व ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के बेनर तले धरना को लेकर जिला प्रशासन द्वारा संज्ञान नहीं लेने को लेकर भी आरोप लगाए जा रहे हैं । कलेक्टोरेट के ठीक दो सौ मीटर पर मुख्य मार्ग में दिए जाने वाले इस धरना प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्टर का रोज आना जाना कहते । संज्ञान नहीं लेने का आरोप ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन व ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों व मनीष कुंजाम द्वारा लगाया जा रहा हैं ।