कई सवालों का जवाब टाल गए रजनेश सिंह | नान घोटाला और फोन टेपिंग के कई उत्तरो से संतुष्ट नहीं EOW | फिर तलब किये जा सकते है रजनेश सिंह |

0
15

छत्तीसगढ़ के चर्चित फोन टेप काण्ड और नान घोटाले को लेकर मुश्किल में फंसे EOW के तत्कालीन पुलिस अधिक्षक रजनेश सिंह ने सोमवार को EOW में अपने बयान दर्ज कराये | यह दूसरा मौका था जब उनसे अफसरों ने पूछतांछ की | रजनेश सिंह फिलहाल सस्पेंड है, जांच अवधी में उन्हें पुलिस मुख्यालय में अटैच किया गया है | बयान दर्ज कराने से पहले और फिर EOW मुख्यालय से वापस लौटते वक्त दोनों ही समय रजनेश सिंह ने मीडिया से दूरियां बनाये रखी | बताया जाता है कि सस्पेंड डीजी मुकेश गुप्ता के कई गैरकानूनी निर्देशों का पालन करने के चलते रजनेश सिंह मुश्किल में है | उन्हें विभागीय जांच का तो सामना करना पड़ रहा है, साथ ही कम्पलसरी रिटारयमेंट की सिफारिश वाली आईपीएस अधिकारियों सूची में उनका नाम भी डाल दिया गया है | दरअसल फोन टेपिंग और कई FIR को फाड़ने और गलत निर्देशों के तहत गैरकानूनी कार्यवाही करने के कई पुख्ता सबूत EOW में उपलब्ध है | इन्ही के आधार पर रजनेश सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की गयी थी | 


      उधर EOW मुख्यालय में रजनेश सिंह से करीब दो घंटे तक लम्बी पूछतांछ चली | अफसरों ने लगभग डेढ़ दर्जन सवालों पर उनका जवाब लिया | बतौर पुलिस अधीक्षक EOW के कार्यकाल में रजनेश सिंह ने तत्कालीन ADG EOW मुकेश गुप्ता के निर्देश पर जो कार्यवाही की थी, उसे लेकर उसके वैधानिक पहलुओं को लेकर उनसे सवाल किया गया था | इस दौरान कई उत्तरो से EOW के अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए | रजनेश सिंह के समक्ष जांच अधिकारियों ने उनके कार्यकाल के कई दस्तावेज भी रखे थे | जांच अधिकारियों ने उन दस्तावेजों के आधार पर बयान दर्ज किये | फिलहाल एक बार और रजनेश सिंह को तलब किये जाने की चर्चा है |