रायपुर / शराब की वैध-अवैध बिक्री गुणवत्ता विहीन और कुछ खास ब्रांड की ही शराब और बियर मुहैया कराने को लेकर बदनाम राज्य के आबकारी विभाग को अब फेस सेविंग के लिए अपनी ही दुकानों में छापामार कार्रवाई करनी पड़ रही है | सरकारी प्रेस नोट के मुताबिक आबकारी विभाग की टीम ने 169 देशी और विदेशी दुकानों में छापेमार कार्रवाई की | इस प्रेस नोट में बताया गया कि छापेमारी का मकसद राज्य में अवैध मदिरा के बिक्री तथा परिवहन की रोकथाम के लिए लगातार अभियान छेड़ा जाना है | आबकारी विभाग ने अपनी ही सरकारी दुकानों पर छापेमारी की | हालांकि यह भी दावा किया गया कि छापामार कार्रवाई में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं पाया गया |
दिलचस्प बात ये है कि अवैध शराब के ठिकानों के बजाये एक साथ कई सरकारी दुकानों में छापेमार कार्रवाई करने की नौबत क्यों पड़ी ? लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है | यही नहीं प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यप्रदेश के अलावा अन्य राज्यों की शराब की तस्करी के मामले में सुर्ख़ियों में है | तस्करों ने सरकार की समकक्ष अवैध शराब मुहैया कराने का उन्नत नेटवर्क खड़ा कर लिया है | इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए आबकारी विभाग ने क्या कदम उठाया ? इस मामले में आबकारी विभाग और सरकार दोनों चुप्पी साधे हुए है | इस बीच अपनी ही दुकानों में छापामार कार्रवाई से सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान लग रहा है | शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक शराब के नए ठिकाने सामने आये है | इन अवैध ठिकानों में चौबीसों घंटे कई राज्यों की शराब मुहैया हो रही है |
हाल ही में कवर्धा में एक ट्रक अवैध शराब पकड़ी गई , इसे पुलिस ने पकड़ा लेकिन वाहन में सवार तस्कर को पकड़ने में पुलिस नाकाम रही | अवैध शराब के नेटवर्क से सरकार को राजस्व का नुकसान तो उठाना पड़ ही रहा है , लेकिन पग पग में आसानी से शराब मुहैया होने से समाज में इसके दुष्परिणाम भी देखने को मिल रहे है | राज्य सरकार अपने पार्टी घोषणापत्र के अनुरूप शराबबंदी कब लागू करेगी , इसका कोई ठिकाना नहीं | लेकिन अवैध शराब और सरकारी शराब के गांव गांव में मुहैया कराने के प्रचलन और उसे बढ़ावा देने की नीति से जनता हैरत में है |
एक सरकारी प्रेस नोट में कहा गया है कि आबकारी मंत्री कवासी लखमा के निर्देशानुसार राज्य में अवैध मदिरा के बिक्री तथा परिवहन की रोकथाम के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस तारतम्य में आज आबकारी विभाग द्वारा राज्य के 169 देशी तथा विदेशी मदिरा दुकानों की जांच की गई। इनमें आबकारी आयुक्त निरंजन दास के निर्देश तथा, प्रबंध संचालक सी एस एम सी एल ए.पी. त्रिपाठी के मार्गदर्शन में विभाग की गठित टीम द्वारा जांच के दौरान किसी भी मदिरा दुकान में मिलावटी शराब नहीं पाई गई।
आबकारी विभाग की कार्रवाई के तहत जिला रायपुर द्वारा 09 देशी एवं 09 विदेशी जिला दुर्ग द्वारा 05 देशी एवं 01 विदेशी जिला बलौदाबाजार द्वारा 02 देशी एवं 01 विदेशी तथा गरियाबंद द्वारा 03 देशी एवं 03 विदेशी मदिरा दुकानों की आकस्मिक जांच की गई। इसी तरह महासमुंद द्वारा 06 देशी एवं 03 विदेशी, धमतरी द्वारा 05 देशी एवं 01 विदेशी, बालोद द्वारा 07 देशी एवं 03 विदेशी तथा बेमेतरा द्वारा 04 देशी एवं 02 विदेशी मदिरा दुकानों की जांच की गई। राजनांदगांव द्वारा 02 देशी एवं 02 विदेशी कबीरधाम द्वारा 04 देशी एवं 01 विदेशी, जिला बिलासपुर द्वारा 29 देशी एवं 20 विदेशी तथा मुंगेली द्वारा 06 देशी एवं 03 विदेशी, कोरिया द्वारा 06 देशी एवं 05 विदेशी मदिरा दुकानों की जांच की गई।
इसी तरह राज्य स्तरीय उड़न दस्ता द्वारा 03 देशी मदिरा दुकान, संभागीय उड़न दस्ता रायपुर द्वारा 02 देशी एवं 01 विदेशी, संभागीय उड़न दस्ता दुर्ग द्वारा 03 देशी एवं 03 विदेशी, संभागीय उड़नदस्ता बिलासपुर द्वारा 04 देशी एवं 04 विदेशी, संभागीय उड़न दस्ता बस्तर द्वारा 01 देशी एवं 03 विदेशी तथा संभागीय उड़न दस्ता सरगुजा द्वारा 01 देशी मदिरा तथा 01 विदेशी मदिरा दुकान का औचक निरीक्षण किया गया। विगत कुछ दिनों से विभाग को मदिरा दुकानों में शराब में पानी मिलाने की शिकायत प्राप्त हो रही थी। शिकायतों को आबकारी मंत्री तथा आबकारी आयुक्त द्वारा गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिया गया कि मदिरा दुकानों की सघन आकस्मिक जांच की जाए। जांच में शिकायत की पुष्टि पर कठोर कार्यवाही के निर्देश भी दिए गए हैं।