पान गुटका खाने और मोबाइल रिचार्ज के लिए सुहागिन महिलाएं मार डालती है अपने पतियों को , इस इलाके में सुहागिन महिलाओं ने विधवा पेंशन पाने के लिए जीते जी सरकारी रिकार्ड में अपने पति को मार डाला , पहले ही झटके में 106 सुहागिन महिलाएं विधवा पेंशन लेते पकड़ी गई , प्राथमिक जांच में हजारों विधवा महिलाओ के पति अपने घरों में मिले , कार्रवाई के आदेश

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बदायूं / उत्तरप्रदेश में हजारों महिलाओं ने विधवा पेंशन पाने के लिए अपने पति को सरकारी रिकार्ड में मार डाला है | राज्य के कई इलाकों में ऐसी महिलाओं की जानकारी मिली है जो समाज में अपने पतियों को निवासरत है | लेकिन सरकारी रिकार्ड में उनके पति वर्षों पहले स्वर्ग सिधार चुके है | बदायूं जिले में पति को मृत बताकर सुहागिन महिलाओं द्वारा विधवा पेंशन योजना का लाभ उठाने का मामला जब सामने आया तो अफसरों ने कई और इलाकों में पड़ताल की | इस दौरान यह तथ्य सामने आया कि मात्र 50 रूपये के एफिडेविड तैयार कर लेने से सरकारी रिकार्ड में पति को मृत मान लिया जाता है | यही नहीं उस तिथि से सरकारी तौर पर पति के मरने का लाभ उसकी पत्नी को प्राप्त होने लगता है | पहले ही झटके में बदायू प्रशासन को 106 ऐसे मामले मिले हैं , जिसमे सुहागिन महिलाओं ने पेंशन पाने के लिए जीते जी अपने पति को मार डाला |  जिलाधिकारी ने तत्काल मामले का संज्ञान लेते हुए पेंशन रोकने की कार्रवाई के साथ अभी तक उन्हें दी गयी राशि वसूलने का भी निर्देश दिया है | 

जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार ने न्यूज़ टुडे को बताया कि फ़िलहाल 106 महिलाएं ऐसी हैं जिन्होंने अपने पति को मृत दिखा कर पेंशन का लाभ लिया है. उन्होंने कहा कि कई ऐसे भी मामले हैं जिनमें महिला ने पहले पति के मरने के बाद पेंशन लेना शुरू किया था, लेकिन दूसरे विवाह के बाद उसे बंद नहीं कराया. अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में सुहागिन मिली सभी महिलाओं की पेंशन रोकी जा रही है और उन्हें पेंशन के रूप में अब तक दी गई धनराशि की वसूली भी की जाएगी |

उन्होंने बताया कि इसके अलावा 891 ऐसी महिलाएं भी हैं जिनकी मौत हो चुकी है लेकिन अभी तक उनके खाते में पेंशन की रकम जा रही है, उसे बंद किया जाएगा. इस पूरे प्रकरण पर बदायूं के जिलाधिकारी कुमार प्रशांत का कहना है कि कई इलाकों में ऐसी और शिकायतें मिली हैं, उनकी जांच कराई जा रही है | उन्होंने कहा कि यह एक सतत प्रकिया है जिसमें निरंतर जांच चलती रहती है और यथोचित कार्रवाई भी की जाती है |

बताया जाता है कि मात्र 50 रूपये में बड़ी आसानी से किसी भी व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र प्रमाणित हो जाता है | इस आधार पर स्थानीय पार्षद या अन्य कोई जन प्रतिनिधि विधवा पेंशन की सिफारिश कर देता है | ज्यादातर महिलाएं अपने शौक पूरे करने के लिए सरकारी रिकार्ड में पति को मार डालती है | बताया जाता है कि पान गुटका खाने और मोबाइल रिचार्ज कराने के लिए विधवा पेंशन कई सुहागिन महिलाओं के लिए कारगर साबित हो रही है |