मोदी जी योगी जी को हटाओ, वो मठ चला सकते हैं UP जैसे बड़े राज्य को नही , दलितों को भड़काने के मामले में पुलिसिया कार्रवाई के अंदेशे से विचलित उदित राज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ खोला मोर्चा , हाथरस मामले में सीबीआई की पूछताछ जारी   

0
7

नई दिल्ली / उत्तर प्रदेश में अचानक बढ़ते अपराधों को लेकर कांग्रेस नेता उदित राज ने यूपी सरकार पर निशाना साधा है। उदित राज ने पीएम मोदी से गुहार लगाई है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से हटाया जाए | उन्होंने कहा कि वे मठ चला सकते है , लेकिन यूपी जैसे बड़े राज्य को नहीं | उदित राज की इस मांग को योगी पर तंज के रूप में देखा जा रहा है | दरअसल पिछले कुछ दिनों से यूपी में अपराध की घटनाएं बढ़ गई हैं और इसे लेकर विपक्षी दल लगातार यूपी सरकार पर हमले कर रहे हैं और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। उधर हाथरस मेल में दलितों को भड़काए जाने का आरोप उदित राज पर भी लग रहा है | राजनीति के जानकारों के मुताबिक पुलिसिया कार्रवाई से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला उदित राज का राजनैतिक हथकंडा है | 

इस मामले को लेकर उदित राज ने ट्वीट भी किया है | कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. उदित राज ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश बना दलितों के लिए कसाई घर है ।आज फिर एक दिन में ही गोंडा में 3 दलित लड़कियों को  तेजाब से भुना, खीरी में घर जलाया और ललितपुर में दबंगों ने मार-पीट कर पेशाब पिलाया। मोदी जी योगी जी को हटाओ । योगी जी मठ चला सकते हैं उप्र बड़े राज्य को नही। इनके रहते दलित उत्पीड़न नही थमेगा।’

इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाथरस में दलित लड़की से कथित सामूहिक बलात्कार एवं हत्या के मामले को लेकर सोमवार को योगी सरकार पर फिर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार ने पीड़िता के परिवार से उनकी मुलाकात के बाद इस घटना के पीड़ित पक्ष पर आक्रमण किया और अपराधियों की मदद की। उन्होंने दावा किया, ‘हाथरस घटना में सरकार का रवैया अमानवीय और अनैतिक है। वे पीड़ित परिवार की मदद करने की बजाए अपराधियों की रक्षा करने में लगे हैं।’

उधर हाथरस मामले में सीबीआई ने जांच तेज कर दी है | उसने कई महत्वपूर्ण गवाहों से पूछताछ के बाद उनके बयान रिकार्ड किये है | सीबीआई को इस मामले में विदेशी फंडिंग की जानकारी भी हाथ लगी है | इस मामले में चार संदिग्धों से पूछताछ के लिए सीबीआई जल्द ही सम्मन जारी कर सकती है | हाथरस पीड़िता की दिल्ली के एक अस्पताल में 29 सितंबर को मौत हो गई थी जिसके बाद जिलाधिकारी ने कथित तौर पर परिवार वालों की इच्छा के विरुद्ध शव का दाह संस्कार रात के अंधेरे में करने का आदेश दिया था। मामले पर सियासी बवाल होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी थी। फिलहाल सीबीआई ने मामला दर्ज करते हुए इसकी जांच तेजी से शुरू की है। प्राथमिक रूप से दंगा भड़काने की साजिशों के कई सूत्र और सबूत सीबीआई के हाथ लगे है |