नई दिल्ली / देश में कई राज्यों ने स्कूल खोलने में जल्दबाजी तो दिखा दी, लेकिन अब उन्हें फिर स्कूल बंद करने पर विचार करना पड़ रहा है | इसकी मुख्य वजह स्कूल स्टाफ और कई छात्रों में कोरोना का संक्रमण पाया जाना बताया जा रहा है | स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर इन राज्यों में कई स्कूलों को अचानक बंद करने के निर्देश दिए गए है | दरअसल अनलॉक 5.0 के तहत केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने 15 अक्तूबर से स्कूल खोलने को लेकर हरी झंडी दे दी है। इसके तहत कई राज्यों ने स्कूल खोले और संक्रमण से बचने के उपायों का पालन भी करवाया | इन राज्यों की स्थिति को देखते हुए अब बहुत से राज्य ऐसे हैं जो स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं। जहां कुछ राज्य अब भी इस बात पर विचार-विमर्श कर रहे हैं कि स्कूलों को कब खोला जाए। वे इसके लिए उपयुक्त समय की तलाश कर रहे है |
बताया जाता है कि तीज त्योहारों के मौसम के खत्म होने के बाद ही स्कूलों को खोले जाने की कवायत शुरू होगी | अधिकांश राज्यों में माता-पिता बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं हैं। महाराष्ट्र में कैबिनेट की बैठक में दिवाली खत्म होने के बाद स्कूल खोलने की फैसले पर विचार करने के लिए पैनल तैयार किया है | गुजरात भी दिवाली का इंतजार करेगा। जबकि ओडिशा और असम ने दुर्गा पूजा खत्म होने तक स्कूल नहीं खोलने का फैसला किया है। आंध्र प्रदेश ने दो नवंबर की एक अस्थायी तिथि निर्धारित की है। दिल्ली, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, झारखंड, बिहार, कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने अभी तक इसपर कोई फैसला नहीं लिया है।
कई राज्यों को लगता है कि स्कूल खोलने की आवश्यकता सीमित या बिना इंटरनेट की पहुंच वाले छात्रों के लिए है। दिल्ली में 31 अक्टूबर तक स्कूल बंद है | कई राज्यों में इस मामले में परामर्श जारी हैं, सरकार अपनी कैबिनेट बैठकों में भी इस मुद्दे पर गुण दोष के आधार पर चर्चा कर रही है | अभिभावकों और पालकों के साथ भी बैठकें जारी हैं। कई राज्यों ने स्थिति की समीक्षा के लिए पैनल बनाए हैं। हरियाणा पहले ही स्कूलों को खोल चुका है। वहीं उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड अक्तूबर के तीसरे हफ्ते से स्कूल खोलने के लिए तैयार हैं।
उत्तर प्रदेश चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोल रहा है। राज्य में 19 अक्तूबर से नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं। लेकिन उपस्थिति दर्ज करवाना अनिवार्य नहीं होगा क्योंकि छात्रों के पास ऑनलाइन कक्षाओं को जारी रखने का विकल्प होगा। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिवाली के बाद स्कूल खोलने के संकेत दिए हैं।