नई दिल्ली / उत्तरप्रदेश में हाथरस गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर राहुल प्रियंका ने गुरुवार को दिनभर उत्तर प्रदेश सरकार की बखियां उधेड़ी | आखिरकर सरकार ने राहुल प्रियंका को हिरासत में ले लिया था | इस दौरान हुई नोकझोक के बाद पुलिस ने उन्हें रिहा भी कर दिया | लेकिन राहुल-प्रियंका की इस पहल से उत्तर प्रदेश सरकार की जमीन हिल गई | जिस तरह से पुलिस ने राहुल प्रियंका को अपने कब्जे में लिया , उससे प्रदेश में कांग्रेस की सक्रियता की चर्चा छिड़ गई है | गुरुवार को दिनभर इस मामले को लेकर राजनीति गरमाई रही | हाथरस में गैंगरेप की शिकार पीड़िता की मौत से सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश में उबाल है। इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी के हाथरस जाने के प्रयास से राज्य की बीजेपी सरकार अचानक हरकत में आ गई | राहुल प्रियंका के साथ हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी थे। सभी को यमुना एक्सप्रेसवे पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने रोक दिया। हालांकि इसके बाद दोनों नेता पैदल ही हाथरस के लिए चल पड़े। लेकिन थोड़ी दूरी पर राहुल की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हो गई। इसके बाद पुलिस ने राहुल और प्रियंका को अपने कब्जे में लेकर जीप में बैठाया फिर F-1 गेस्टहाउस ले गई। यह गेस्टहाउस एक्सप्रेस वे पर स्थित है।
राहुल गांधी को आईपीसी की धारा 188 के तहत गिरफ्तार किया गया था । इस बात की जानकारी पुलिस ने दी है । कुछ देर बाद दोनों को रिहा भी कर दिया गया | F-1 गेस्ट हाउस से उन्हें सीधे दिल्ली ले जाया गया । माहौल की नजाकत को देखते हुए हाथरस और पीड़िता के गांव में मीडिया के प्रवेश पर रोक लगाई गई है।