इंदौर / मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को खाने में ठंडी साग – सब्जिया परोसने को लेकर बवाल खड़ा हो गया है | इंदौर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री जी को गरमा गरम खाना नहीं परोसे जाने को लेकर कलेक्टर मनीष सिंह ने बड़ी कार्रवाई करते हुए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के खाद्य निरीक्षक मनीष स्वामी को निलंबित कर दिया है | यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री के खाने को लेकर किसी अफसर को निलंबित किया गया | राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इंदौर यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल के पालन में लापरवाही बरतने के कारण यह कार्रवाई की गई है |
हालाँकि बवाल मचने के बाद खुद सीएम के हस्तक्षेप से निलंबित अफसर को बहाल भी कर दिया गया | बताया जाता है कि यह मामला प्रोटोकॉल को गंभीरता से नहीं लेने के कारण हुआ | दरअसल, मुख्यमंत्री जब कहीं दौरे पर जाते हैं तो उनके स्टाफ सहित महत्वपूर्ण व्यक्तियों के भोजन की व्यवस्था प्रोटोकॉल के अंतर्गत की जाती है | इसमें बुधवार को चूक हुई | इंदौर में एक तो मुख्यमंत्री की टेबल में भोजन विलंब से पहुंचा और फिर जब पहुंचा तो उसकी क्वॉलिटी खराब थी | इस मामले के संज्ञान में आते ही इसे मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल में गंभीर चूक माना गया | मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने निलंबन की फौरी कार्रवाई की |
एक अधिकारी ने इसे प्रोटोकॉल उल्लंघन का मामला बताया है | कलेक्टर ने कहा प्रोटोकॉल के तहत सीएम के लिए जिस क्वाॉलिटी का खाना होना चाहिए था, उसमें चूक की गई | उनके मुताबिक खाना पैक करते समय पूरे प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया था | जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री के इंदौर दौरे के दौरान उनके खाने की व्यवस्था की जिम्मेदारी खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग के निरीक्षक मनीष स्वामी के कंधों पर थी | सीएम के प्रोटोकॉल में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर मनीष सिंह ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था | इसके बाद कांग्रेस समेत कई लोगों ने मुख्यमंत्री की आलोचना शुरू कर दी |
मामले को तूल पकड़ता देख खुद मुख्यमंत्री ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को बहाल करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं | सीएम के निर्देशों के पालन के क्रम में कलेक्टर मनीष सिंह ने सस्पेंड किए गए खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी को बहाल कर दिया है | बताया जाता है कि इंदौर के विधानसभा क्षेत्र तीन में 50 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन करने सीएम पहुंचे थे | इससे पूर्व वे बुरहानपुर जिले के नेपानगर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर थे | तय कार्यक्रम में सीएम इंदौर आने में दो घंटे लेट हो गए | वे शाम सवा 6 बजे के बजाये रात सवा 8 बजे इंदौर पहुंचे थे | लिहाजा दो घंटे की देरी के कारण उनके खाने में चूक हुई |
बताया जाता है कि रात होने और खराब मौसम के कारण उन्होंने हेलिकॉप्टर के बजाय कार से भोपाल जाने का फैसला किया था | उधर निलंबित होने के बाद बहाल हुए खाद्य निरीक्षक मनीष स्वामी ने सफाई देते हुए कहा था कि सीएम के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के समय के मुताबिक खाना शाम 6 बजे ही बनवा लिया गया था | लेकिन सीएम दो घंटे लेट हो गए और वे रात नौ बजे के बाद यानि तीन घंटे बाद इंदौर से रवाना हो पाए |उन्होंने बताया कि उन्होंने दूसरा खाना भी बनवाया था | उनके मुताबिक उन्होंने भोजन अच्छे से पैक किया था, सिर्फ रोटी ठंडी हुई थी, बाकी खाना गरम ही था | मुख्यमंत्री जी की गाड़ी में AC चल रहा था | साथ ही मौसम ठंडा होने के कारण रोटियां ठंडी हो गईं | सिल्वर फॉइल में खाना पैक किया था लेकिन फिर भी खाना ठंडा हो गया और रोटियां सख्त हो गई थीं |