छत्तीसगढ़ के महासमुंद में डेढ़ करोड़ से ज्यादा का गांजा पुलिस ने किया जब्त, दूध के खाली कैरेट के नीचे रखकर की जा रही थी तस्करी, धरे गए दो आरोपी

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रिपोर्टर – अरविंद यादव

महासमुंद / छत्तीसगढ़ के महासमुंद में जिला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने 8 क्विंटल 10 किलो से ज्यादा का मादक पदार्थ जब्त किया है , जिसकी कीमत 1 करोड़ 62 लाख रूपये बताई जा रही है | पुलिस ने दो तस्करों को भी धर दबोचा है। दोनों आरोपी राजस्थान के रहने वाले बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, कोमाखान थाना पुलिस को ओडिशा से अवैध रूप से मादक पदार्थों की तस्करी की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस टीम ने टेमरी नाका के पास चेकिंग शुरू की। तभी राजस्थान नंबर का एक ट्रक आता देख उसे रोक लिया। उसमें दो युवक सवार थे। पूछने पर नाम भरतपुर निवासी खालिद व अलवर निवासी साकिर हुसैन बताया।आरोपी दूध के खाली कैरट के नीचे गांजा छिपाकर ले जा रहे थे।

पुलिस ने दोनों युवकों को ट्रक से नीचे उतारा और तलाशी ली। ट्रक में पीछे खाली कैरेट भरे हुए थे। इस पर टीम ने कैरेट हटाकर चेक किया तो बोरियां भरी हुई रखी थी। इन्हें उतार कर खोला तो 26 बोरियों में से प्लास्टिक में लिपटा 165 पैकेट गांजा बरामद हुआ। इसका वजन 8.10 क्विंटल है। जिसका बाजार मूल्य 1.62 करोड़ रुपए बताया जा रहा है। आरोपियों की तलाशी में मोबाइल, 3300 रुपए बरामद हुए हैं। पुलिस ने ट्रक जब्त कर लिया है। साथ ही पूछताछ की जा रही है, जिससे आगे तस्करी से जुड़े तारों तक पहुंचा जा सके। कार्रवाई में टीआई कोमाखान प्रदीप मिंज, स्टाफ कौशल साहू, सुशील शर्मा, नरेंद्र साहू, राजकुमार वर्मा, संतोष संवरा, इंद्रजीत ठाकुर, सरफुद्दीन अंसारी, नीरा यादव का योगदान रहा।

जिले में लगातार गांजा तस्करी के मामले पकड़े जा रहे हैं।बता दें कि ओडिशा के भवानीपटना क्षेत्र में बहुत से लोग गांजे की खेती में सक्रिय हैं। यहां के अंदरूनी इलाकों में लोग चोरी छिपे गांजे की खेती कर रहे हैं और फिर यह गांजा अंतर्राज्यीय तस्करों के माध्यम से देश के उत्तरी राज्याें तक छत्तीसगढ़ के रास्ते होकर पहुंचाया जा रहा है।

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