रायपुर / छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के बेकाबू होने के खतरे के बीच अगले तीन दिन में राज्य के आधा दर्जन से अधिक बड़े जिलों को लॉक किया जा रहा है। रायपुर, दुर्ग, सरगुजा और बेमेतरा में सोमवार रात नौ बजे से सख्त लॉकडाउन किया जा रहा है। बिलासपुर और धमतरी में मंगलवार और कोरबा में बुधवार से पूर्ण लॉकडाउन लागू किया जाएगा। प्रशासन ने इस बार लॉकडाउन पर सख्ती करने का फैसला किया है। आम लोगों के सड़क पर निकलने पर भी रोक रहेगी। छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए राजधानी में 21 सितंबर रात नौ बजे से 28 सितंबर तक लॉकडाउन लगाया गया है। यह लोगों के लिए अहम इसलिए भी है, क्योंकि इस बीच अगर लोग नहीं संभलते हैं, तो फिर कहीं अधिक तेजी से कोरोना संक्रमण पांव पसार सकता है।
इस बार लाॅकडाउन को लेकर काफी ज्यादा सख्ती बरती जा रही है। पेट्रोल-डीजल को अतिआवश्यक सेवकों के लिए ही खुला रखा गया है, ताकि आम लोगों की मनमानी पर नकेल कसा जा सके। वहीं दूध भी एक निश्चित समय तक ही मिलेंगे। किराना, राशन, सब्जी और फल सहित तमाम व्यवसाय पर आगामी एक सप्ताह तक ताला लगा रहेगा।
प्रदेश के 12 जिलों में भी अलग-अलग तारीखों से इसकी शुरुआत हो रही है। खास बात ये है कि राज्य में इस बार का लॉकडाउन सरकार ने नहीं, बल्कि संबंधित जिलों के कलेक्टरों ने घोषित किया है। यही नहीं, प्रायः हर जिले में कलेक्टर ने अपनी मर्जी से यह तय भी कर लिया और आदेश भी जारी हो गए कि कहां क्या खुलेगा, क्या बंद रहेगा। इस लॉकडउन को समग्र रूप से देखा जाए तो तालेबंदी की इस अवधि में हर जिले में विभिन्न तरीके की समस्याएं भी जनता के सिर आने की आशंका खड़ी हो गई है।
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रायपुर- 21 सितंबर रात 9 बजे से 28 सितंबर तक
बेमेतरा- 13 से 20 सितंबर तक
मुंगेली- 17 से 23 सितंबर तक
दुर्ग- 20 से 30 सितंबर तक
धमतरी- 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक
बालोद- 22 सितंबर से 30 सितंबर तक
कवर्धा- 14 सितंबर से आगामी आदेश तक
सरगुजा- 21 सितंबर से 28 सितंबर तक
बिलासपुर- 22 सितंबर सुबह 5 बजे से 28 सितंबर तक
रायगढ़- 24 सितंबर से 30 सितंबर तक
बलौदाबाजार- 22 सितंबर रात से 29 सितंबर रात तक
जशपुर- 22 सितंबर से 29 सितंबर तक