छत्तीसगढ़ की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की उपलब्धि की चर्चा देशभर में, मंत्री टीएस सिंहदेव की कार्यकुशलता से राज्य के ग्रामीण अंचल तेजी से जुड़ रहे शहरों से, सड़कों का जाल बिछने से ग्रामीण इलाकों के जनजीवन में आया बदलाव

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रायपुर / छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ने ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदल दी है | इन दिनों देश में छत्तीसगढ़ अव्वल नंबर पर है, क्योंकि उसने सड़कों के निर्माण को लेकर तमाम राज्यों को पछाड़ दिया है | बताया जाता है कि विभागीय मंत्री टीएस सिंहदेव की कार्यकुशलता से राज्य में पीएम जीएसवाय सड़कों का जाल तेजी से बिछाया जा रहा है | इसके चलते ग्रामीण इलाकों की अर्थव्यवस्था और सामाजिक स्थिति में विशेष सुधार देखा जा रहा है | सड़कों के निर्माण के ग्रामीण इलाके शहरों से सीधे जुड़ गए | इससे आर्थिक गतिविधियों में काफी तेजी आई है | ग्रामीणों ने ना केवल स्वरोजगार शुरू किया बल्कि आवाजाही में आसानी होने से कई बेरोजगारों को शहरी इलाकों में रोजगार उपलब्ध हो गया |

यह पहला मौका है जब सड़कों के बिछे जाल से ग्रामीण आबादी के जीवन स्तर में गुणात्मक सुधार देखा जा रहा है | सामाजिक रूप से कई घर परिवार समृद्ध हुए है | आर्थिक गतिविधियां शुरू होने से इस घर परिवारों की माली हालात में सुधार देखा गया है। सड़कों के विस्तार से खेती किसानी पर निर्भर आबादी को भी कई कठिनाइयों से मुक्ति मिली है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना है,जिसके माध्यम से सुदूर आंचको के बसाहटों को बारहमासी सड़क संपर्क के माध्यम से जोड़ा जाता है |

सामान्य जिलों के 500 से अधिक आबादी तथा आदिवासी एवं नक्सल प्रभावित जिलों के 250 से अधिक आबादी के ऐसे सभी ग्रामों को बारहमासी सड़क से जोड़ने की कार्ययोजना तैयार कर सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त नक्सली प्रभावित जिलों के चयनित 29 विकासखंडो के 100 से अधिक आबादी के बसाहटों को भी बारहमासी सड़क से जोड़ने के कार्य किया जा रहा है | 

बस्तर राजस्व संभाग के 07 जिले जो संवेदनशील नक्सली क्षेत्र आते है में अब तक 2067 सड़कें,लंबाई 10406 कि मी स्वीकृत हे,इनमें PMGSY -III अंतर्गत वर्ष 2019 -20 में कुल 92 सड़कें,लंबाई 1016 की.मि भी शामिल है | प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत अब तक कुल 1380 सड़कें,लंबाई 7228 की.मि का कार्य पूर्ण किया जा चूका है | इसके अतिरिक्त इन क्षेत्रों में 61 वृहद पुलों का कार्य स्वीकृत हुए है,जिसमें से 27 वृहद पुलों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया हैं | संवेसनशील नक्सली क्षेत्रों में विपरीत परिस्थितियों में ठेकेदारोँ एवं विभागीय अभियंताओं के अथक प्रयास से ये उपलब्धिया प्राप्त हुई है | 


सामान्य जिलों तथा आंशिक रूप से नक्सल राजनांदगांव जिलें में अब तक 6473 सड़कें,लंबाई 32128 की.मि. स्वीकृत है,इनमें PMGSY-III अंतर्गत वर्ष 2019 -20 एवं 2020 -21 में कुल 443 सड़कें,लंबाई 2713 की.मि. भी शामिल है | प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत अब तक कुल 5928 सड़कें,लंबाई 26400 की.मि. का कार्य पूर्ण किया जा चूका है | इसके अतिरिक्त इन क्षेत्रों में 317 वृहद पुलों का कार्य स्वीकृत हुए है,जिसमें से 237 वृहद पुलों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है | यह उल्लेख है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत निर्मित सड़कों का निर्माण के पश्चात 05 वर्ष तक नियमित संधारण का कार्य निर्माणकर्ता ठेकेदार द्वारा किया जाता है,इसके पश्चात राज्य शासन से बजट उपलब्धता के आधार पर नवीनीकरण का कार्य किया जाता है |  

प्रधनमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क संपर्क स्थापित होने से इन क्षेत्रों के निवासियों के जीवन स्तर में सुधार हुआ है तथा शिक्षा स्वास्थ्य एवं समाजिक तथा आर्थिक स्तर पर विकास स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रहें हैं | इस योजना के क्रियान्वयन होने से ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त है | माननीय श्री टी.एस.सिंहदेव,मंर्ती छत्तीसगड़ शासन,पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मार्ग दर्शन में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत PMGSY -III हेतु 535 सड़क तथा 5612 की.मी. की स्वीकृति प्राप्त हुई तथा गुणवत्ता में भी छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में एक है |