बिलासपुर / कोरबा से पंजाब जा रही कोयले से भरी मालगाड़ी के 14 बोगियों में अचानक तेज धुंआ उठने लगा। जिसे देखते ही चालक व गार्ड हड़बड़ा गए। रात 3.30 कंट्रोल को सूचना दी गई। उस समय तक गाड़ी बिलासपुर पार हो चुकी थी। ऐसे में मालगाड़ी को उसलापुर में रोकने का निर्णय लिया गया। इधर अधिकारी व कर्मचारी रात में ही स्टेशन पहुंचे।
सूचना के बाद दमकल भी पहुंच गई, लेकिन धुंआ इतना तेज था कि पहली दमकल से शांत नहीं हो सका। इसके बाद दमकल मंगाई गई। इससे राहत तो मिली। लेकिन 14 बोगी होने के कारण कुछ बोगी से धुंआ उठना बन्द हुआ। आखिर में दो और दमकल बुलानी पड़ी।
मालगाड़ी की हालत जिस तरह थी। उससे माना जा रहा है कि यदि समय रहते काबू नहीं करते तो सभी वैगन में आग लग सकती थी। यदि ऐसा होता तो बड़ी दुर्घटना के साथ रेलवे को भी नुकसान होता।
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मालगाड़ी रात 3.30 बजे पहुंची। इसके बाद से धुआं को कंट्रोल करने में अमल जुटा रहा। नौ घण्टे की मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हुई। मालगाड़ी रात 11.30 बजे पंजाब के लिए रवाना हुई। मालगाड़ी की रेक में कोयला लदा हुआ था और ज्वलनशील कोयले में आग सुलग रही थी। यह आग किस वजह से लगी यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है।