कोरिया / छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ में इलाज के दौरान एक दस साल की बच्ची की मौत हो गई । मौत के बाद डाक्टर की क्लीनिक में बवाल भी हुआ । परिजनो ने इलाज कर रहे डाक्टर एस पी गुरिया पर लापरवाही का आरोप लगाया है । घटना के बाद परिजनों ने मनेन्द्रगढ़ थाने में शिकायत की है वही डाक्टर ने भी क्लीनिक में हुई घटना को लेकर शिकायत की है।
मध्यप्रदेश के अनुपपुर जिले के राजनगर इलाके के रहने वाले गोपाल फरकसे नामक व्यक्ति की दस साल की बेटी वेदिका को कमर में एक गांठ हो गई थी। जब वे लोग जांच के लिए डॉक्टर शिशिर प्रीतम गुरिया के पास आए तो उन्होंने इसे ऑपरेशन करने के बाद हट जाने की बात कही। इस पर परिजनों ने पांच सितंबर को वेदिका का ऑपरेशन डॉक्टर गुरिया की क्लीनिक पर कराया जिसके बाद आवश्यक इंजेक्शन और दवाई लेकर परिजन वापस अपने घर चले गए। अगले दिन वेदिका को उल्टी दस्त होने लगी और धीरे-धीरे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। जिसके बाद सात सितंबर को परिजन उसे वापस डॉक्टर गुरिया के पास लेकर आए तो वेदिका को एक बार फिर इंजेक्शन लगा दिया गया जिसकी वजह से देखते ही देखते वेदिका की तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। वेदिका की मौत होते ही घबराए डॉक्टर और उनके स्टाफ ने परिजनों को डॉक्टर करन के यहां भेज दिया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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10 साल की बच्चीे की मौत से पूरे परिवार का रो रोकर बुरा हाल हो गया । परिजनों ने थाना मनेंद्रगढ़ में लिखित शिकायत की। मामले की गम्भीरता को देखते हुए थाना प्रभारी ने अपने उच्च अधिकारियों को घटना की सूचना दी जिसके बाद तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम तहसीलदार की मौजूदगी में वेदिका का पीएम की जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार है उसके बाद वैधानिक कार्यवाही करने की बात की जा रही |