बड़ी खबर : एक लाख करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा, ED ने ‘हवाला’ कारोबारी नरेश जैन को किया गिरफ्तार, नौ दिनों की रिमांड, ED ने आरोपी से शुरू की पूछताछ, छत्तीसगढ़ – मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और कोलकाता के कई उद्योगपति लपेटे में

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दिल्ली / प्रवर्तन निदेशायलय ने एक लाख करोड़ रुपये के लेन देन मामले में कथित हवाला कारोबारी नरेश जैन को गिरफ्तार किया है | नरेश जैन की गिरफ्तारी के बाद करीब आधा दर्जन राज्यों के चार्टेड अकॉउंटेड और उद्योगपतियों में खलबली मची है | नरेश जैन को हिरासत में लेने के बाद ED ने अपने अधिकारिक बयान में कहा है कि नरेश जैन ने पिछले कुछ सालों में 550 शेल कंपनियों के जरिए हवाला कारोबार संचालित किया | यह कंपनी सिर्फ अवैध लेनदेन के लिए गठित की गई थी | ED ने बताया कि 62 साल के नरेश जैन को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है | जैन को हिरासत में लेने के बाद ED ने उसे दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में पेश किया | जहाँ से उसे नौ दिनों की ईडी कस्टडी में भेजने के निर्देश दिए गया है |

आज ED ने नरेश जैन से कथित हवाला कारोबार और उससे जुड़े कारोबारियों को लेकर पूछताछ शुरू कर दी है | बताया जाता है कि नरेश जैन का मनी लॉन्ड्रिंग और इंटरनेशनल हवाला ट्रांजैक्शंस देश के कई राज्यों में फैला हुआ है | कई नौकरशाह और उद्योगपति विदेशों में रकम भेजने के लिए उसकी सहायता लेते थे | ED ने दावा किया कि जैन हवाला चैनल के जरिए फंड ट्रांसफर करने का एक अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट चलाता है | फर्जी कंपनी, टूर एंड ट्रेवल कंपनी और अपने बैंकिंग नेटवर्क के जरिए वह इस कार्य को अंजाम देता था |

दिल्ली में उसने अपना ठिकाना बनाया हुआ था | प्राथमिक जाँच में ED ने पाया कि 2009 से ही उसने हवाला का काम शुरू किया | अच्छे कारोबार के चलते उसने अपना काम दुबई से भारत स्थानांतरित किया था | बताया जाता है कि पहली बार साल 2016 में ईडी ने विदेशी मुद्रा कानून के कथित उल्लंघन के मामले में उसे 1200 करोड़ रुपये का नोटिस भी जारी किया था | ईडी ने उसके 940 बैंक एकाउंट और 554 शेल कंपनियों की पहचान की है | ED के मुताबिक नरेश कुमार जैन अवैध लेनदेन के लिए इन खातों और कंपनियों का इस्तेमाल करता था |

ED ने इसके साथ ही 337 ऐसे विदेशी बैंक खातों की भी पहचान की है, जिसमें बड़ी मात्रा में भारतीय बैंकों से रकम इधर से उधर हुई है | रुपयों के इस लेनदेन का ED को ब्यौरा प्राप्त हुआ है | उसके मुताबिक ये विदेशी खाते सबसे ज्यादा हांगकांग, दुबई और सिंगापुर में खोले गए हैं | ईडी ने अभी तक 970 ऐसे लोगों की पहचान की है जो अपने काले पैसे को नरेश के सहयोग से व्हाइट मनी में बदलते थे | बताया जाता है कि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कोलकाता, चंडीगढ़ और दिल्ली के कई चार्टेड अकॉउंटेड और उद्योगपति भी इस हवाला जाँच की लपेटे में आये है |

सूत्रों के मुताबिक, नरेश जैन पर देश के अंदर भी एक दूसरे राज्यों में सैकड़ों बैंक अकाउंट के जरिये करीब 90 हजार करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग का आरोप है | यही नहीं करीब 11 हजार करोड़ रूपये शैल कंपनियों के मार्फत विदेश में भेजने का भी आरोप है | बताया जा रहा है कि नरेश चंद्र जैन से ED उस रकम के स्रोत की जानकारी जुटा रही है |

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