रिपोर्टर – उपेंद्र डनसेना
रायगढ़। शराब की लत में चूर पिता को उसके ही सगे पुत्र ने अपने दोस्त के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया। लेकिन पुलिस ने उसे 24 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही साथ इस हत्या की वारदात में शामिल उसके दोस्त को भी पुलिस ने पकडक़र जेल भेज दिया है। मामला रायगढ़ जिले के तमनार का है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम कोटवार कठरापली द्वारा कल सुबह थाना प्रभारी तमनार निरीक्षक अभिनवकांत सिंह को मोबाईल पर सूचना दिया कि गांव के ललित कुमार रात्रे ऊर्फ फिरू ऊर्फ फेरू का शव उसके घर के पास पड़ी है, जिसका सिर बुरी तरह कुचला गया है । सूचना पर थाना प्रभारी तमनार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और शव पंचनामा कर तफ्तीश को बढाये । मृतक ललित कुमार रात्रे ऊर्फ फिरू ऊर्फ फेरू पिता खेम सिंग रात्रे उम्र 45 वर्ष के वारिशानों ने बताया कि ललित कुमार शराबी प्रवृति का व्यक्ति था, ललित का एक लडक़ा और एक लडक़ी है । ललित उसकी पत्नी, मां और बच्चों से झगड़ा विवाद करने पर उसकी मां और बेटा मोहन अलग रहते थे । लडक़ा मोहन रात्रे से ललित की एक नहीं बनती थी । ललित आये दिन उसके बेटे को मेरा घर गांव छोडक़र भाग कहकर झगड़ा करता था । इन्ही विवादों पर से शक की सुई उसके बेटे मोहन पर हुई और तमनार पुलिस मोहन रात्रे को हिरासत में लेकर पूछताछ की ।
पूछताछ मे मोरेण्डम कथन में आरोपी मोहन रात्रे ने बताया कि 30 सितंबर को पिताजी (ललित) टांगी और छुरा लेकर घर आया था और झगड़ा विवाद कर वापस चला गया । दूसरे दिन 31 सितंबर की रात्रि पिताजी घर के पास शराब पीकर पड़े जिसे देखकर बुआ के बेटे लोकेश मिरी के साथ मिलकर पिताजी को उठाकर घर ले जा रहे थे, इतने में फिर पिताजी झगड़ा मारपीट करने लगे तो वहीं कुंए के पास पड़े पत्थर से उनके सिर में 5-6 बार पटक दिये जिससे वे फौत हो गये । घटना के बाद आरोपीगण मृतक के मोबाइल को झाडियों में और पत्थर को कुंआ में फेंक दिये थे । दोनों को तमनार पुलिस द्वारा जप्त किया गया है । घटना के संबंध में थाना तमनार में दर्ज धारा 302 भादंवि में दोनों आरोपी मोहन रात्रे पिता स्व.ललित रात्रे 28 साल एवं लोकेश मिरी पिता सुकलाल मिरी 21 साल दोनों निवासी ग्राम कठरापाली थाना तमनार को आज दोपहर गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है । घटना का खुलासा करने में थाना प्रभारी तमनार ञ्जढ्ढ अभिनव कांत सिंह, एसआई एस. के. दुबे, एएसआई दुर्गा चरण साहू, आरक्षक अरविंद पटनायक, बलराम साहू, सैनिक दुर्गा प्रसाद लकडा की सक्रिय भूमिका रही है ।
