न्यूजीलैंड के खिलाफ चौथे वनडे में मिली हार से रोहित इतना दुखी नहीं होंगे , जितना कि रिकॉर्ड देखकर |

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  न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत का आज  वन-डे सीरीज़ में  चौथा मैच था  |  न्यूजीलैंड की टीम ने टॉस जीतकर भारतीय टीम को बैटिंग के लिए आमंत्रित किया | बैटिंग करने आए भारतीय टीम के बेट्समेन एक के बाद एक सरेंडर कर बैठे | तू चल मै आया जैसे हालात थे , धड़ाधड़ विकेट गिर रहे थे | एक वक़्त तो 40 रन पर 7 विकेट गिर गए थे |  उस वक़्त भारतीय टीम अपने लोवेस्ट स्कोर को भी पार कर पाएगी, मुश्किल लग रहा था |  पर  कुलदीप और चाहल ने इज्जत बचा ली |  टीम 92 रन बनाकर ऑल आउट हो गई |  न्यूज़ीलैंड के खिलाफ भारत का यह दूसरा सबसे लो स्कोर है |  किसी भी वन-डे मैच में भारत का यह सातवां सबसे लो स्कोर है | 

               भारत की ओर से युजवेंद्र चाहल ने सबसे ज्यादा नॉट आउट 18 रन बनाए |  भारत के सात बैट्समेन दहाई के पार भी न पहुंच सके |  93 रन के टारगेट को न्यूज़ीलैंड ने 14.4 ओवर में पा लिया |  भारतीय टीम 212 बॉल बची रहते मैच हार गई और यहीं बना एक रिकॉर्ड |  ऐसा रिकॉर्ड जिसे टीम इंडिया याद नहीं रखना चाहेगी |  रिकॉर्ड ये कि यह किसी भी वन-डे मैच में भारत की सबसे बड़ी हार है |  बची हुई गेंदों के लिहाज से. न्यूजीलैंड ने भारत को 212 गेंद रहते हराया |  इससे पहले श्रीलंका ने दांबुला में 2010 में भारत को 209 गेंदें रहते हराया था |  सबसे ज्यादा बॉल रहते हुए भारत की तीसरी सबसे बड़ी हार भी श्रीलंका के हाथों हुई थी |  हम्बनटोटा में श्रीलंका ने भारत को 181 गेंद रहते मैच हरा दिया था |  

                  बतादें कि हैमिल्टन वन-डे भारतीय टीम कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बिना खेल रही थी |  विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा कप्तानी कर रहे थे और रोहित शर्मा का 200वां मैच था  |  ऐसे में रोहित के लिए ये एक सदमा देने वाला रिकॉर्ड है |  हार से ज्यादा जरूर वो इस रिकॉर्ड को देखकर दुखी होंगे |  चौथा मैच हारने के बाद भारतीय टीम सीरीज़ में 3-1 से आगे चल रही है |  सीरीज़ का पांचवा और आखिरी मैच 3 फरवरी को वेलिंग्टन में खेला जाना है |