अब बांग्लादेश के रास्ते भारत पहुँच रहे है चीनी मोबाइल, बीएसएफ ने किया भंडाफोड़

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दिल्ली / चीनी सामानों पर मोदी सरकार ने ऐसा शिकंजा कसा है कि चीनी व्यापारी अब बांग्लादेश के रास्ते चीनी मोबाइल की तस्करी कर रहे है | वे सड़क छाप तस्करों की तर्ज पर मोबाइल पैक सड़क मार्ग से भारत भेज रहे है | ताकि उनकी करतूतों का खुलासा ना हो पाए | बावजूद इसके बीएसएफ ने उनकी तस्करी की पोल खोल दी है | सीमा सुरक्षा बल के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने मोबाइल फोन तस्करी मामले का भंडाफोड़ किया है। ये फोन ट्रक में छिपाकर बांग्लादेश ले जाए जा रहे थे। तस्करी भी ऐसे हो रही थी कि सामने वाले को शक न हो। जब ये फोन सही सलामत बांग्लादेश सीमा में पहुंच जाते हैं तो तस्कर को पांच सौ रुपये मिलते हैं।

बताया जाता है कि पश्चिम बंगाल में स्थित कई पेट्रोल पंप से मोबाइल फोन का पैकेट तस्कर यानी ट्रक ड्राइवर को दिया जाता है। उसके बाद तस्कर को वह पैकेट बांग्लादेश में स्थित आयात ट्रक पार्किंग एरिया में एक व्यक्ति को देने के लिए कहा जाता है। उस व्यक्ति के हाथ में मोबाइल फोन का पैकेट पहुंचते ही तस्कर को 500 रुपये मिल जाते हैं।

सीमा सुरक्षा बल के अनुसार, 29 अगस्त को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक तस्कर ‘ट्रक ड्राइवर’ को निर्यात के माल के साथ गिरफ्तार किया है। उसने ट्रक में छह मोबाइल फोन और कुछ अन्य समान भी छुपा रखे थे। इनकी कुल कीमत 21,38,594 रुपये बताई गई है। सभी मोबाइल फोन ट्रक के केबिन में छुपा रखे थे।

वह तस्कर ये फोन लेकर आईसीपी पेट्रापोल उत्तर 24 परगना के बॉर्डर इलाके से बांग्लादेश जा रहा था। इंटेलिजेंस से मिली सूचना के आधार पर आईसीपी पेट्रापोल पर तैनात सीमा सुरक्षा बल की 179 वीं वाहिनी के जवानों ने बांग्लादेश की तरफ जाने वाले वाहनों की विशेष जांच शुरू कर दी। इस दौरान कई ट्रक ड्राइवरों ने मोबाइल जंगलों में फेंक दिए | लेकिन एक संदिग्ध भारतीय ट्रक बीएसएफ के हत्थे चढ़ गया |

यह ट्रक भारत से बांग्लादेश की तरफ निर्यात का माल ले कर जा रहा था, उसे तलाशी के लिए रोका गया। ट्रक के केबिन में छह नए मोबाइल फोन छिपा रखे थे। उन्हें बिना उचित दस्तावेजों के बांग्लादेश ले जाया जा रहा था। जवानों ने तत्काल ही चालक को ट्रक के साथ हिरासत में ले लिया।

गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान संतराम यादव, आयु 23 वर्ष पुलिस स्टेशन -नारवली, जिला-सागर, मध्यप्रदेश के तौर पर की गई है। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान ट्रक चालक ने बताया कि 28 अगस्त को आईसीपी की ओर आने वाले रास्ते में स्थित पेट्रोल पंप चकदा पर उसे एक अपरिचित व्यक्ति द्वारा ये मोबाइल दिए गए थे।

उसे कहा गया था कि बांग्लादेश पहुंचने के बाद ये मोबाइल फोन गणी नाम के बांग्लादेशी व्यक्ति को देने हैं। वह उसे आयात ट्रक पार्किंग एरिया मिलेगा। डिलीवरी सही सलामत होने पर तस्कर को 500 रुपये मिलने थे। ट्रक और जब्त सामान के साथ गिरफ्तार तस्कर को कस्टम ऑफिस पेट्रापोल को सौंप दिया गया है।

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