रिपोर्टर – उपेंद्र डनसेना
रायगढ़ / जैसे- जैसे रायगढ़ जिले में कोरोना का कहर बढ़ते जा रहा है वैसे-वैसे अब गरीब तबके के लोगों का गुस्सा भी सडक़ पर उतर रहा है चूंकि कोरोना मरीज मिलने के बाद उस क्षेत्र का कंटनमेंट जोन घोषित कर दिया जाता है और उससे अधिकांश स्थानीय लोगों को काम काज के अलावा अपनी दिनचर्या चलाने के लिए खासी दिक्कत होती है। इसी मामले को लेकर कयाघाट की सैकड़ो महिलाओं ने एक साथ इकट्ठा होकर प्रशासन द्वारा रास्ता बंद कर दिए जाने का विरोध किया तथा हंगामा करते हुए यह भी आरोप लगाया कि इन नियमों के चलते उनकी रोजी रोटी का खतरा भी संकट में पड़ गया है जिसके चलते वे भूखे मर जाएंगे।
कयाघाट मोहल्ले की महिलाओं को कंटेनमेंट जोन में हंगामा करते देख जूटमिल पुलिस चौकी के प्रभारी अमित शुक्ला ने पहले नाराज महिलाओं को समझाने की कोशिश की लेकिन महिलाएं पीछे हटने को तैयार नही थी। पुलिस अधीक्षक से चर्चा के बाद मौके पर खुद रायगढ़ एसडीएम युगल किशोर उर्वसा अपनी टीम को लेकर पहुंचे और उन्होंने भोजन के पैकेट की व्यवस्था के अलावा अन्य समस्याओं को भी पूरा करने का आश्वासन दिया तब जाकर नाराज महिलाएं अपने-अपने घर को लौटी।
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मामला दर्ज होगा – एसडीएम
इस संबंध में रायगढ़ एसडीएम युगल किशोर उर्वसा ने कहा कि कयाघाट महिलाओं के साथ-साथ कुछ युवकों ने कंटेनमेंट जोन में नियमों के विपरीत हंगामा करते हुए प्रशासन के काम काज में अडंगा लगाया है। चूंकि यहां बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मिले हैं और इतनी भीड़ एक साथ होनें से मरीजों की संख्या दोगुनी रफ्तार से बढ़ सकती है। ऐसे में हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने इस बात को माना कि कंटेनमेंट जोन घोषित होनें से कुछ समस्याएं स्थानीय लोगों को होती है लेकिन नियमों के विपरीत प्रशासन नही चल पाएगा और ऐसे में महिलाओं को इस बात को समझना चाहिए। जो भी इनकी समस्या है उसे बातचीत करके हल किया जाएगा। लेकिन बेवजह काम काज में रूकावट करने से प्रशासन व पुलिस अपना काम करेगी।