लॉकडाउन का हवाला देकर इस कारोबारी ने कर्मचारी का काटा वेतन, गुस्साए कर्मचारी ने मालिक का काट दिया गला, फिर फेंक दिया कुएं में, मौत, आरोपी हिरासत में, कर्मचारियों का वेतन काटने वाले हो जाये सतर्क, पढ़े इस खबर को

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नजफगढ़ / सरकार लगातार नियोक्ताओं से अपील कर रही है कि वे कोरोना काल में अपने कर्मचारियों के साथ सहानुभूति बरते | उनकी सहायता करे, उनका वेतन ना काटे | लेकिन देखने में आ रहा है कि कई नियोक्ता लॉकडाउन का हवाला देकर कर्मचारियों का वेतन काट रहे है | यही नहीं कई ने तो वेतन तो दिया नहीं ऊपर से नौकरी से निकाल दिया | कर्मचारियों को कोरोना काल में वेतन कटौती या फिर वेतन ही नहीं देने से उनकी सामाजिक और मानसिक स्थिति लगातार ख़राब होते जा रही है |

नतीजतन कई कर्मचारी मारे गुस्से के आपराधिक वारदातों को अंजाम देने की सोचने लगे है | ताजा मामला दिल्ली के नजफगढ़ इलाके का है | यहाँ लॉकडाउन और कोरोना महामारी का हवाला देकर एक डेयरी मालिक ने अपने कर्मी की सैलरी बेहद कम कर दी | इससे नाराज हो कर डेयरी में काम करने वाले एक नौकर ने मालिक की हत्या कर दी | पुलिस के मुताबिक नौकर ने हत्या को अंजाम देने के बाद मालिक के शव को कुएं में डाल दिया | ताकि लाश को ठिकाने लगाया जा सके |

बताया जाता है कि डेयरी के मालिक ने अपने यहां काम कर रहे कर्मचारियों को साफ़ कर दिया था कि अब कारोबार पहले जैसा नहीं चल रहा है | उन्होंने तसलीम नामक शख्स की सैलरी कम कर दी | इसे लेकर डेयरी मालिक और तसलीम में कहासुनी हो गई | इसी दौरान मालिक ने तसलीम लड़के को थप्पड़ मार दिया |

पुलिस के मुताबिक घटना वाली रात जब सब सो गए तो तसलीम ने डेयरी मालिक ओम प्रकाश पर हमला कर दिया | उसने चाकू से उनकी गर्दन काट दी. फिर घायल डेयरी मालिक को तसलीम ने करीब के एक कुएं में फेंक दिया | सुबह जब परिजनों ने ओम प्रकाश के बारे में पूछा तो तसलीम ने बताया कि वे कहीं बाहर गए हुए हैं | दूसरे दिन भी जब मालिक घर नहीं लौटे तो परिजनों को तसलीम पर शक हुआ |

उधर हालात को भांपते हुए तसलीम मालिक की बाइक और मोबाइल फोन आदि लेकर डेयरी से भाग गया | उसने सहकर्मियों से संपर्क कर यह जानने की कोशिश की कि कहीं उस पर किसी को शक तो नहीं है | उधर पीड़ित परिवार ने ओम प्रकाश की गुमशुदगी दर्ज कराई | इसके चंद घंटों बाद ही कुएं में अज्ञात लाश के दिखाई देने की घटना सामने आई | पुलिस ने जब उस शव को निकाला तो उसकी शिनाख्ती ओम प्रकाश के रूप में हुई |

जाँच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि 45 साल के ओम प्रकाश अंतिम बार अपने नौकर के साथ दिखे थे | उनके भतीजे ने पुलिस को तस्दीक किया था | पुलिस ने ओम प्रकाश का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की तफ्तीश शुरू की | इसके बाद पुलिस की विशेष टीम ने ओम प्रकाश के कातिल की तलाश शुरू की | जाँच के दौरान पता चला कि ओम प्रकाश का करीबी नौकर तसलीम भी बिना कोई वजह बताए तीन दिनों से मोटरसाइकिल लेकर गायब है | वो ओम प्रकाश का मोबाइल फोन भी अपने साथ ले गया है |

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पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर तसलीम को खोज निकाला | पुलिस के फैलाये जाल से भाग निकलने की तसलीम ने कई कोशिशे की | लेकिन पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब रही | हिरासत में लेने के बाद तसलीम ने स्वीकार किया कि उसने वेतन कटौती के मुद्दे पर हुए विवाद के चलते ओम प्रकाश की हत्या कर दी थी |