कांग्रेस कार्य समिती की बैठक में सोनिया गाँधी को ही अध्यक्ष बनाये रखने के आसार बढे, बिहार में विधानसभा चुनाव तय समय पर होने के चलते टल सकती है कांग्रेस अध्यक्ष पद के चयन की प्रक्रिया, सोनिया गाँधी की अंतरिम अध्यक्ष पद छोड़ने की पेशकश, 29 नवंबर को खत्म होगा मुख्यमंत्री नितीश कुमार का कार्यकाल

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दिल्ली / पटना – दिल्ली में कांग्रेस कार्य समिती की बैठक शुरू होते ही इस खबर की पुष्टि हुई कि बिहार में विधानसभा चुनाव तय समय पर ही कराए जाएंगे। निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया कि बिहार चुनाव निश्चित तौर पर समय पर ही होंगे। लिहाजा माना जा रहा है कि कांग्रेस में नए अध्यक्ष की नियुक्ति का मामला नए साल तक टल सकता है | हालाँकि अभी यह ठोस रूप से इसलिए नहीं कहा जा सकता कि CWC अंतिम फैसला क्या लेती है | लेकिन खबरे आ रही है कि सोनिया गाँधी नए अध्यक्ष की नियुक्ति तक अपने पद पर बनी रहेगी | वे अभी इस्तीफा नहीं देंगी |

दरअसल, बिहार में कांग्रेस को काफी उम्मीदे है | पिछले वर्षों की तुलना में उसके प्रदर्शन पर काफी सुधार देखा गया है | इसलिए कांग्रेस नए अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर जल्दबाजी में नहीं दिख रही है | बताया जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव सोनिया – राहुल के नेतृत्व में ही लड़ा जायेगा | 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म होगा। संभावना है कि राज्य में अक्तूबर-नवंबर में चुनाव कराए जा सकते हैं। हाल ही में आयोग की ओर से कोरोना काल में चुनाव कराने को लेकर विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए गए थे, जिसके बाद बिहार चुनाव को टालने को लेकर अटकलें तेज हो गई थीं। राज्य में कोरोना और बाढ़ के मद्देनजर कई राजनीतिक दलों ने आयोग से चुनाव टालने की मांग की थी। RJD और एनडीए के घटक दल लोजपा, एनसीपी व अन्य दलों ने भी आयोग से चुनाव टालने की मांग की थी।

उधर CWC की बैठक से पहले कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘श्रीमती सोनिया गांधी के नेतृत्व पर कोई भी सुझाव या आक्षेप बेतुका है। मैं श्रीमती सोनिया गांधी से अपील करता हूं कि वे अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस पार्टी को मजबूती प्रदान करें और कांग्रेस का नेतृत्व करती रहें।’ मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि श्रीमती सोनिया गांधी के खिलाफ तमाम झूठी अफवाहों के बावजूद उन्होंने 2004 में कांग्रेस पार्टी की जीत का नेतृत्व किया और अटल बिहारी वाजपेयी को घर पर बैठाया।

इसके अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भी दलील दी कि वे नेहरू-गांधी परिवार के बिना कांग्रेस की कल्पना नहीं कर सकते हैं और पार्टी का एक साधारण कार्यकर्ता किसी और को पार्टी अध्यक्ष के रूप में स्वीकार नहीं करेगा।

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उधर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू होते ही सोनिया गाँधी ने अंतरिम अध्यक्ष पद छोड़ने की इच्छा जताई है | बैठक में मौजूद नेताओं ने उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव तक पद ना छोड़ने की अपील की है | हालाँकि बैठक में चिंतन मनन का दौड़ शुरू हो गया है | CWC की बैठक में कुल 48 सदस्यों को आमंत्रित किया गया है | इसमें पार्टी के पदाधिकारियों के अलावा सीडब्लूसी के स्पेशल इंवाइटी और चार राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे. मध्य प्रदेश के पूर्व प्रभारी दीपक बाबरिया और राजस्थान के पूर्व प्रभारी अविनाश पांडे को नहीं बुलाया गया है | जबकि अजय माकन राजस्थान प्रभारी महासचिव के तौर पर शामिल हुए | उधर सोनिया के रुख को देखते हुए कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक से पहले ही कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ता हाथ में बैनर लेकर जुटने लगे है |