तूफान “फैनी” कैसी तबाही मचा रहा है, देखिए वीडियो |

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ओडिशा में पुरी के तट से फैनी तूफान टकरा गया है | सुबह 8 से 9 बजे के बीच फैनी तूफान के टकराने के बाद पुरी में लगातार तेज हवा के साथ बारिश हो रही है | ये तूफान 20 साल में ओडिशा से टकराने वाला सबसे खतरनाक तूफान है | एहतियातन ओडिशा के 15 जिलों से 10 लाख लोगों को पहले ही सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया | फैनी तूफान के टकराने के बाद से 175 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही है | हवा के साथ लगातार हो रही बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है | फैनी तूफान का सबसे ज्यादा असर भुवनेश्वर, बेरहामपुर, बालूगांव में दिखा है | यहां कई पेड़ गिरे और कई घरों के छत उड़ गए हैं | फैनी तूफान की ही वजह से पुरी के साथ कई तटवर्ती इलाकों में जोरदार बारिश भी हो रही है | इसका असर आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में दिखा है | विशाखापट्टन में तेज हवा के साथ तेज बारिश हो रही है |

एनडीआरएफ की टीम हालात पर नज़र बनाए हुई है | फैनी तूफान की वजह से 34 राहत बचाव की टीम तैनात की गई है | साथ ही साथ कोस्टल गार्ड के 3 पोत तैनात किए गए है | नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने जानकारी दी कि तूफान को देखते हुए 6 विंग एयरक्राफ्ट और 7 हेलीकॉप्टर्स भी तैनात किए गए हैं | इसके अलावा एनडीआरएफ की 28, ओडिशा डिजास्टर मैनेजमेंट रैपिड ऐक्शन फोर्स की 20 यूनिट और फायर सेफ्टी डिपार्टमेंट के 525 लोग रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए लगाए गए हैं | स्वास्थ्य विभाग की 302 रैपिड रेस्पॉन्स फोर्स टीम भी हालात पर नज़र बनाए हुए हैं | जिन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है उनके खाने के लिए भी नए किचन भी तैयार किए गए हैं फानी तूफान को देखते हुए इन इलाकों में रेल, सड़क सेवाएं बंद कर दी गई है | गुरुवार रात 12 बजे के बाद से शुक्रवार 12 बजे रात तक भुवनेश्वर के बीजू पटनायक एयरपोर्ट की सभी उड़ानें 24 घंटे के लिए रोक दी गई है | कोलकाता एयरपोर्ट की भी उड़ानें 3 मई यानी शुक्रवार रात से शनिवार या शाम 6 मई बजे तक के लिए बंद कर दी है |

सुबह ओडिशा के तट से फानी के टकराने के बाद पुरी होते हुए तूफान पश्चिम बंगाल की तरफ बढेगा. पश्चिम बंगाल में खतरे को देखते हुए दीघा, मदारमणि, शंकरपुर, ताजपुर और दूसरे पर्यटन स्थलों से सैलानियों को बाहर निकाल दिया गया है | फानी को ओडिशा में पिछले 20 सालों का सबसे खतरनाक तूफान बताया जा रहा है. इससे पहले 1999 में आए सुपर साइक्लोन की वजह से 10 हजार लोग मारे गए थे | फानी नाम बांग्लादेश की तरफ से दिया गया है | जिसका मतलब होता है सांप | आधिकारिक तौर पर तूफानों का नाम रखने का प्रचलन 1953 में हुआ था | जिस तूफान की स्पीड 63 किलोमीटर प्रति घंटे से कम होता है उसका नाम नहीं रखा जाता | इसके अलावा जिनकी स्पीड 118 किलोमीटर प्रति घंटा तक चली जाती है उन्हें गंभीर तूफान माना जाता है | और 221 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर तूफान को सुपर चक्रवाती तूफान कहा जाता है |