मुरैना / मध्यप्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव की सरगर्मियां तेज होते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मंत्रियों के हैरत अंगेज कारनामे सामने आ रहे है | ताजा मामला प्रदेश के कृषि राज्य मंत्री गिर्राज डंडौतिया का है | मुरैना जिले में अपने विधानसभा क्षेत्र दिमनी के पुलिस थानों में उन्होंने थाना प्रभारियों को ऐसा पत्र लिखा है , जिससे पुलिस हैरत में है | मंत्री जी ने स्थानीय थानों माता बसैया, दिमनी व सिहोनियां सहित शहर के तीनों थानों सिटी कोतवाली, स्टेशन रोड व सिविल लाइन में पदस्थ सिपाही, हवलदार, एएसआई, एसआई की जानकारी मंगवाई है। मंत्री ने इन थानों के टीआई से पूछा है कि आपके थाने में पदस्थ पुलिसकर्मी किस जाति-बिरादरी का है | यही नहीं वो कब से यहां पदस्थ है। हालांकि मंत्री जी के निर्देश के बाद संबंधित थाना प्रभारियों ने अपने पूरे स्टाफ की जानकारी उन्हें प्रस्तुत कर दी है।
बताया जा रहा है कि भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने को तैयार मंत्री व पूर्व विधायकों को अंदेशा है कि पुलिसकर्मी मतदान के दौरान दूसरी पार्टी को सपोर्ट न कर दें या उनके समर्थकों को मतदान से पहले ही किसी केस में जेल न भेज दें। इसलिए जिन पुलिसकर्मियों की कार्यशैली सवालों के घेरे में है ,उनको किसी बहाने से मौजूदा थानों से इधर-उधर तैनाती कर दी जाए।
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उधर पुलिस के कई आलाधिकारियों की दलील है कि ऐसा तो कोई कायदा नहीं है कि जनप्रतिनिधि चुनाव को लेकर थाना प्रभारियों से सीधे-सीधे स्टाफ की तैनाती संबंधी जानकारी तलब करे। उनके मुताबिक पुलिस रेगुलेशन में भी ऐसा कोई अधिकार विभागीय अधिकारियों के अलावा किसी और को नहीं दिया गया है। न्यूज टुडे से चर्चा करते हुए कई अधिकारियों ने कहा कि चुनाव लड़ रहे किसी प्रत्याशी को यदि थाने में पदस्थ किसी कर्मचारी से कोई शिकायत है तो इस विषय को पुलिस अधीक्षक या डीआईजी या फिर आईजी और चुनाव आयोग के संज्ञान में लाया जा सकता है।