इंडिया मोबाइल मैन्युफैक्चरर्स, मोबाइल सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनियों विश्व में नंबर वन मोबाइल इंडस्ट्री इंडिया बने

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अतुल सचदेवा- Telecom Expert

इंडिया ने मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में एक बहुत बड़ी योजना की पहल की है इसमें जुड़ी जुड़ी पीएलआई की शुरुआत की है यह 1 अप्रैल से की गई थी सरकार ने कहा था इसके अंतर्गत भारत में मोबाइल फोन बनाने पर 5 सालों के लिए 4% से लेकर 6% तक की प्रोत्साहन राशि देगी पीएलआई योजना के  लिए 22 कंपनियों ने अपना आवेदन दिया है आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि पी एल योजना सफल रही है उद्योगों ने भारत की प्रगति में अपना विश्वास जताया है सरकार का कहना है कि इस योजना से पूरे भारत में ना कि सिर्फ लाखों लोगों को युवा पीढ़ी को नई नौकरियां पैदा होंगी ।  करोड़ों रुपयों का निवेश इंडिया में आएगा मेक इन इंडिया डिजिटल इंडिया आत्मनिर्भर इन योजनाओं के उद्देश्य को पूरा करेगा | 

भारत में मोबाइल फोन बनाने की दिशा में आवेदन देने वाली कंपनियां सैमसंग ,राइजिंग स्टार , एप्पल फोन के पार्ट्स और अन्य उत्पादन में मदद करने वाली कई कंपनियों ने आवेदन दिया है उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कई कंपनी है मोबाइल फोन भी बना रही है उसके काम में आने वाले पांचवी बना रही हैं जिनकी संख्या लगभग 180 से अधिक है सभी मोबाइल कंपनियां उसके डिवाइस  और पार्ट्स बनाने के लिए सबसे अधिक संख्या उनकी उत्तर प्रदेश नोएडा और ग्रेटर नोएडा में  है | 

Indianमोबाइल कंपनियों जो मोबाइल फोन बनाती है मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों , मोबाइल ऐप Software development   सभी को एक प्लेटफार्म में आना चाहिए। जिससे भारत का मोबाइल क्षेत्र में नाम हो सके और विश्व में नंबर एक पर आ सके और खास तौर पर चीनी कंपनियों का मुकाबला सॉफ्टवेयर मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग और मोबाइल फोनों से कर सके।सभी मोबाइल कंपनियों के मैन्युफैक्चर और मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर्स और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट ऐप बनाने वाली कंपनियों को एक साझा अभियान बनाना पड़ेगा भारत को आगे लाने के लिए इसके लिए इनको जैसे चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय CCSU दिल्ली विश्वविद्यालय DU  और कई विश्वविद्यालय हैं इनमें कॉमर्स के स्टूडेंट साथ में बिजनेस ए स्टूडेंट साथ में साइंस के स्टूडेंट को कंप्यूटर साइंस प्रोग्राम और सॉफ्टवेयर बनाने के विषय में पढ़ रहे हो उनको तीन-छह महीने  तक के लिए अपनी कंपनियों में लाकर उनसे कुछ प्रयोग करवाएं और साथ में उनके पास जो यंग इंडिया है जो छात्र हैं उनके पास एक नए तरह का प्लान होता है उसको यूज करें सभी अपनी कंपनियों में और इन को बढ़ावा दें हाथ में इनको रोजगार भी मिलेगा इन छात्रों को इन को साथ लेकर चलना पड़ेगा  ।

तभी आप चाइना मोबाइल उद्योग  से मुकाबला कर सकते हैं ।

भारत में अगर देखा जाए विश्व में दूसरे नंबर पर मोबाइल फोनों का यूज़,  खरीदार  है वह सबसे ज्यादा करोड़ों की संख्या में स्मार्टफोन यूजर भारत में है सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी है उनको भी  Mobile ऐप बनाने चाहिए । जो से चीन ने बनाए हुए उससे भी बढ़िया है हमारे यहां के सॉफ्टवेयर जो साइंस स्टूडेंट है कंप्यूटर में कंप्यूटर में प्रोग्राम के ऊपर रहे हैं उनको अपनी कंपनियों में उनको इन नये प्रोग्रामों  बनने में मदद मिलेगी। इसी तरह से भी India Mobile Industries विश्व में नंबर वन हो सकते हैं

इंडियन मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है भारत में 4जी और 5G के स्मार्टफोन बनाने लगे मोबाइल बनाकर  साथ में विदेशों में भी निर्यात कर सकेंगे जिससे करोड़ों रुपया भारत की सरकार को टैक्स मिलेगा कंपनियों को भी प्रॉफिट होगा वह अपना CSR Fund  को यूनिवर्सिटी के छात्रों को ऊपर खर्च करें जिससे नए तरह के प्लान इन छात्रों द्वारा कंपनियों को आगे बढ़ाने में मदद मिल सकेगी भारत अभी शीघ्र ही 5G में भी आने वाला है उसको देखते हुए हमें प्लानिंग की आवश्यकता है और इसके लिए नई-नई तरह के स्मार्टफोन बनाने पड़ेंगे भारतीय कंपनियों को और सॉफ्टवेयर जो फोन में होते हैं प्रोग्राम उसको देखते हुए साथ में नये ऐप भी भारत में बनाएंगे जिससे मोबाइल को यूज करने वाले जो ग्राहक हैं उस स्मार्ट फोन द्वारा उस ऐप का यूज अपने बिजनेस मनोरंजन को अन्य कामों में कर सकें तो इससे जो मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर उनका भी Business बहुत बढ़ेगा  । मोबाइल यूजर अपना मोबाइल फोन से इंटरनेट यूज करेंगे और उसके आप ऐसा सभी सबसे अधिक सर्विस मोबाइल ऑपरेटरों को मिलेगा प्रॉफिट अधिक मिलेगा और व्यापार भी बढ़ेगा ।