“भाभी जी घर पर है” कि फेम हप्पू सिंह का लेडी अवतार, बताया फीमेल गेटअप लेने में हुई कितनी मुश्किल?   

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एंटरटेनमेंट वेब डेस्क / &टीवी के सीरियल ‘हप्पू सिंह की उल्टन पलटन’ के नए एपिसोड्स में दारोगा हप्पू सिंह लेडी अवतार में नज़र आए | ये लेडी अवतार हप्पू सिंह ने किसी और का नहीं बल्कि अपनी पत्नी राजेश का ही लिया | अपनी अदाएं और नज़ाकत दिखाकर कई लोगों का दिल लुटा और हप्पू सिंह के इसी अंदाज़ ने दर्शकों को हंसाया भी | लेकिन हप्पू सिंह का किरदार निभाने वाले योगेश त्रिपाठी को लेडी अवतार में आने के लिए क्या-क्या मशक्कत करनी पड़ती है |

उन्होंने कहा कि, “लड़की के गेटअप में आने में बहुत समय लगता है | मुझे दारोगा बनने के लिए मुश्किल से 12 से 15 मिनट चाहिए, वो मेरे लिए आसान है लेकिन लड़की के गेटअप की बात करूं तो लड़की को भी अपने किरदार में आने में समय लगता है, लेकिन अगर कोई लड़का लड़की बनता है तो काफी ज़्यादा उलझने बढ़ जाती हैं क्योंकि ड्रेस की रोज़ आदत नहीं होती है |

जब मैंने राजेश का किरदार निभाया तो मुझे वो साड़ी-ब्लाउज-पेटीकोट या सूट-सलवार पहनना, बाल बनाना, विग को कैरी करना, इन सबकी आदत नहीं होती है | मैं तो बीच बीच में पूछता रहता था कि अगर सीन में गैप है तो विग हटा लूं क्या? मुझे ये लगता है कैसे भी ये जूड़ा मेरे सिर से जल्दी से जल्दी हट जाए क्योंकि वो चीटियां सी मुझे रेंगने लगती थीं |

योगेश त्रिपाठी का हर अंदाज़, चाहें वो इतराना हो और बलखा-बलखा कर चलना हो, इस मामले में उन्होंने राजेश के किरदार को भी पछाड़ दिया | इन सबका श्रेय वो रंगमंच के साथ-साथ बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा को देते हैं | उन्होंने कहा कि, ” मैंने थिएटर किया है तो मुझे ज़्यादा समय नहीं लगता हप्पू सिंह की बॉडी लैंग्वेज से लड़की की बॉडी लैंग्वेज में आने में, लेकिन लड़की का लुक लेने में समय लाग जाता है |

लखनऊ रंगमंच में मैंने कई सारे गेटअप किए हैं लड़की के | सब टीवी के सीरियल एफआईआर में भी मुझे लड़की बनने के बहुत मौके मिले हैं, तो नज़ाकत और अदाएं दिखाने में मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई | लेकिन आवाज़ में हुई क्यूोंकि मैं मिमिक्री आर्टिस्ट नहीं हूं | तो बहुत ज़्यादा पतली आवाज़ नहीं निकाल पाता लेकिन हां आवाज़ में सॉफ्टनेस ज़रूर ले आता हूं | दारोगा जो बोलता है वो थोड़ा कर्कश और चुभने वाला टोन है लेकिन मेरे लड़की के किरदार वाली आवाज़ सुनकर आपको कहीं से भी दारोगा वाली टोन नहीं लगेगी |

वो नज़ाकत और अदाओं की बात करूं तो मैंने इतनी फिल्में देखी हैं और ज़्यादातर गोविंदा जी की आंटी नंबर 1 बहुत पसंद है मुझे | ये सब चीज़ें मैं ऑब्ज़र्व करता रहता हूं तो उससे मुझे बहुत मदद मिलती है | ये कहें की नज़ाकत और अदाएं, थिएटर और गोविंदा जी की आंटी नंबर 1 की देन है |

सीरियल के ट्विस्ट के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा ,”लॉकडाउन के बाद जब हमारा शूट शुरू हुआ तो ट्विस्ट आया, जिसमें 5 से 6 एपिसोड की कहानी होती है जिसमें मैंने राजेश का रूप लिया, उसके बाद मैं काम वाली बाई बना हूं, वो भी पांच या छह एपिसोड्स की कहानी है | दूसरी जो बाई की कहानी है उसमें मेरे ज़्यादा सीन हैं लड़की के गेटअप में |

अभी तक तो सिर्फ दो ही स्टोरी में लोगों को देखने को मिला है लेकिन बहुत जल्द और भी किरदार देखने को मिल सकते हैं. ज़रूरी नहीं है दारोगा सिर्फ लड़की ही बने, और भी करैक्टर प्ले करने को मिलेंगे. जैसे-जैसे डिमांड होगी वैसे-वैसे दारोगा या उसकी फैमिली मज़ेदार करैक्टर, मज़ेदार कहानी और मज़ेदार एपिसोड्स लोगों को देखने को मिलेंगे.