दिल्ली वेब डेस्क / देश के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास पर अपने विचार व्यक्त किये है | इन नेताओं ने राम मंदिर निर्माण का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि इससे राष्ट्रीय एकता और सामंजस्य का मार्ग प्रशस्त होगा | हालाँकि अयोध्या में साधु संतों और नेताओ के बीच कांग्रेस के रुख की चर्चा रही | इस दौरान कांग्रेस सरकार के उस हलफनामे पर लोग तंज कसते नजर आये जिसमे सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दखिलकर यूपीए शासन काल में केंद्र सरकार ने कहा था कि राम- रावण युद्ध हुआ ही नहीं था | यही नहीं राम और रामसेतु के अस्तित्व पर से भी कांग्रेस सरकार ने इंकार किया था | इस अवधारणा को उन्होंने काल्पनिक और बेबुनियाद बताया था | हालाँकि अब जब राम मंदिर निर्माण की नीव रख दी गई, इस दौरान और उससे पूर्व कई राज्यों में कांग्रेसी नेताओं ने इसे भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के सपने पूरे होने से जोड़ दिया | कांग्रेस के इस रुख से कार्यक्रम में मौजूद कुछ लोग हैरानी जता रहे थे, तो कोई तंज कस रहा था | इस बीच पीएम मोदी का आगमन हुआ और उन्होंने शिलान्यास के पूजा पाठ को संपन्न किया | इसके साथ ही देश के विभिन्न नेताओं ने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की प्रशंसा की और उम्मीद जताई कि देश और उन्नति करेगा साथ ही लोग भगवान राम के आदर्शों का पालन करेंगे |
सबसे पहला ट्वीट कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आया | उन्होंने भूमि पूजन के बाद ट्वीट किया और भगवान राम को मानवीय गुणों का सर्वोत्तम स्वरूप बताया. राहुल ने लिखा, “मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं. वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं.” इसके साथ ही राहुल ने भगवान राम के गुणों का जिक्र किया और इशारों-इशारों में सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधा. राहुल ने लिखा, “राम प्रेम हैं, वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते. राम करुणा हैं, वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते | राम न्याय हैं, वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते |”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरवील भी कहा पीछे रहने वाले थे | पूर्व में वे राम मंदिर निर्माण का विरोध कर चुके थे | कई बार भाषणों में उन्होंने यह तक कहा था कि यह सब कुछ वोट बैंक के लिए बीजेपी का नाटक है | लेकिन आज उन्होंने भी रामलला के भूमि पूजन के मौके पर देशवासियों को बधाई दी. केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘भगवान राम का आशीर्वाद हम पर बना रहे | उनके आशीर्वाद से हमारे देश को भुखमरी, अशिक्षा और गरीबी से मुक्ति मिले और भारत दुनिया का सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बने | आने वाले समय में भारत दुनिया को दिशा दे | जय श्री राम! जय बजरंग बली |’’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि ‘‘हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई | मेरा भारत महान, महान हमारा हिंदुस्तान |’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमारे देश ने विविधता में एकता की दशकों पुरानी परंपरा हमेशा बनाए रखी है और हमें अपनी अंतिम सांस तक इसे बनाए रखना चाहिए |’’
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है और हम सभी इस क्षण की खुशी महसूस कर सकते हैं | उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘भव्य राम मंदिर देश का भी मंदिर है | यह भारत के स्वाभिमान, आत्मसम्मान और हमारी आध्यात्मिक विरासत का भी जयगान है |’’ भूमि पूजन के मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हम आशा करते हैं कि त्याग, कर्तव्य, करुणा, उदारता, एकता, बंधुत्व, सद्भाव, सदाचार के रामबाण मूल्य जीवन पथ का रास्ता बनेंगे |’’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज भगवान राम के मूल्यों पर आधारित समानतावादी समाज बनाने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है | उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भगवान राम का हमारी संस्कृति और सभ्यता में विशिष्ट स्थान है | उनका जीवन हमें सभी के लिए सच, न्याय, समानता, करुणा और भाईचारे की महत्ता की सीख देता है | हमें भगवान राम के मूल्यों पर आधारित समतामूलक समाज बनाने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है |’’
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी उम्मीद जताई कि वर्तमान व भविष्य की पीढ़ियां भी ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ के दिखाए मार्ग के अनुरूप सच्चे मन से सबकी भलाई तथा शांति के लिए मर्यादा का पालन करेंगी | बीजेपी नेता सुरेश प्रभु ने इसे भारत के इतिहास में गौरवशाली क्षण बताया और कहा, ‘‘इस क्षण का साक्षी बनने के लिए हम सभी सौभाग्यशाली हैं |’’
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि भगवान राम सभी के लिए न्याय, सही आचरण, निष्पक्षता और दृढ़ता, नैतिक ईमानदारी और साहस के प्रतीक हैं | पक्ष विपक्ष के तमाम नेताओं के बयान गौरतलब है | लेकिन चर्चा में सिर्फ कांग्रेस पार्टी और उसके नेता है |