अयोध्या / भगवान राम की नगरी अयोध्या पूरी तरह से सज-धज कर तैयार है | यहाँ अब भव्य राम मंदिर की नींव रखी जाएगी | भारतीय वैदिक परंपरानुसार सनातन हिंदू धर्म की रीती निति से कई अनुष्ठान यहां चल रहे है | मुख्य कार्यक्रम कुछ देर बाद शुरू होगा | अयोध्या में दीवाली जैसा माहौल है, लोगों से घरों में दीया जलाने को कहा गया है. इसके अलावा प्रशासन की ओर से पूरी अयोध्या को रंग दिया गया है, रामायण के चित्र बनाए गए हैं | देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन करेंगे. जिसके बाद भव्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. कोरोना वायरस के संकट काल में काफी सावधानियों के साथ इस भूमि पूजन को किया जा रहा है |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को करीब 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. यहां पीएम सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन करेंगे, इसके बाद पूजा स्थल पर पहुंचेंगे. जहां पर अभी रामलला विराजमान हैं, पीएम मोदी वहां पर भी पूजा करेंगे. पीएम मोदी करीब दो से तीन घंटे तक अयोध्या में विभिन्न कार्य्रकमों में व्यस्त रहेंगे |
उनके अलावा RSS प्रमुख मोहन भागवत, अशोक सिंघल के परिवार, संत, अन्य विशिष्ट लोग भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे | भूमि पूजन के दौरान मंच पर पीएम मोदी, मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल, यूपी के सीएम और ट्रस्ट के प्रमुख मौजूद रहेंगे.
ट्रस्ट के मुताबिक, राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण शुभारंभ कार्यक्रम में कुल 175 लोगों को आमंत्रित किया गया है. इसमें देश की कुल 36 आध्यात्मिक परम्पराओं के 135 संतों के अलावा अयोध्या के कुछ गणमान्य नागरिकों को भी आमंत्रित किया गया है.
ट्रस्ट के मुताबिक कोरोना महामारी और उसके निर्देशों के तहत 90 साल से अधिक उम्र के लोगों को नहीं बुलाया गया है | ऐसे में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत पूज्य शंकराचार्य जी व कई पूज्य संत भी कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पाएंगे | ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने खुद इनसे फोन पर इन्हे सूचना दी है |
ट्रस्ट के मुताबिक, देश के विभिन्न लगभग 2000 पावन तीर्थस्थलों की पवित्र मिट्टी और लगभग 100 पवित्र नदियों का पावन जल श्रीरामभक्तों द्वारा भूमि पूजन के निमित्त भेजा गया है | इसे अनुष्ठान में शामिल किया गया है | सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार रहे इकबाल अंसारी पीएम मोदी को रामचरितमानस भेंट करेंगे ।