क्वारेंटाइन सेंटर में मौजूद सीआरपीएफ जवान द्वारा आदिवासी युवती के साथ बलात्कार व महिलाओं के  साथ छेड़छाड़ को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने दर्ज कराई एफआईआर , पुलिस ने जवान को किया गिरफ्तार

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रिपोर्टर – रफीक खांन

सुकमा – बितें दिनों 27 जुलाई के सुकमा जिला के टुब्बाटोटा स्थित सीआरपीएफ के क्वारेंटाइन सेंटर से बहार निकल कर आदिवासी युवकी के साथ दुष्कर्म करने के मामले में आरोपी सीआरपीएफ जवान को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता युवती व परिजनों ने दोरनापाल थाने में जाकर एक शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके बाद पुलिस ने उक्त जवान को हिरासत में लिया और जेल भेज दिया । पुरा मामला सुकमा जिला के दोरनापाल थाना क्षेत्र का है । इधर इस पुरे मामले को लेकर सर्व आदिवासी समाज लोगों ने भी मोर्चा खोल दिया है ।

सर्व आदिवासी समाज के नेताओं ने बताया कि सोमवार सुबह जंगल में गाय चराने के लिए ये युवतियां गई हुई थी। कैम्प के आसपास गाय चरा रही थी तबी क्वारेंटाइन सेंटर से जवान बाहर निकाला और आदिवासी युवती के साथ छेड़छाड़ करते दुष्कर्म किया। उसके बाद वो रोते-रोते गांव में आई लेकिन डर के मारे किसी को नहीं बताया। दुसरे दिन अपनी मां को पुरी बात बताई उसके बाद मां ने उसके भाई को बात बताई और फिर समाज के सामने कल बात को रखा गया। जिसके बाद हम सभी लोग थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ कार्यवाही की । जिसके बाद दोरनापाल एसडीओपी अखिलेश कौशिश ने उक्त कृत के आरोपी जवान पर धारा 376 के तहत कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया ।

आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष कुंजाम ने कहा तीव्र व्यापक लड़ाई की जरूरत

आदिवासी महासभा के अध्यक्ष पूर्व विधायक व सीपीआई नेता मनीष कुंजाम ने कहा कि दुब्बाटोटा क्वारेंटाइन सेंटर के जवान ने महिलाओं के साथ गंदा कृत्य किया है जो गलत है। जहाँ तक आदिवासी महासभा की बात है हम इस घटना की कड़े शब्दो में निंदा करती हैं । दुब्बाटोटा गाँव मेन सड़क पर है जब यहाँ आदिवासी बच्चे सुरक्षित नहीं हैं । तो आप जरा सोचिए अन्दर के कैम्पों मे क्या नहीं होता होगा । जबकि इसी गाँव में पहले भी ऐसी घटना हुई थी । लोकलाज की वजह से रिपोर्ट नहीं पहुंची । ऐसे में तीव्र और व्यापक लड़ाई की जरूरत है ।