दिल्ली / हैदराबाद – 5 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में भव्य राम मंदिर की नीव रखेंगे | उनके इस कार्यक्रम को लेकर सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति दर्ज कराई है | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित अयोध्या यात्रा का उन्होंने यह कह कर विरोध किया है कि बतौर प्रधानमंत्री अयोध्या में भूमि पूजन कार्यक्रम में PM का शामिल होना प्रधानमंत्री के संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा | ओवैसी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता संविधान के बुनियादी ढांचे का हिस्सा है |
उन्होंने पीएम से अपना कार्यक्रम रद्द करने की मांग की | उधर बीजेपी ने AIMIM अध्यक्ष ओवैसी के इस बयान को हताशा करार देते हुए खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे कह कर तंज कसा है | इधर इस पुरे मामले को लेकर कांग्रेस ने चुप्पी साधी हुई है | राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण को लेकर अभी तक ना तो किसी बड़े कांग्रेसी नेता ने हिंदू समुदाय को बधाई दी है और ना ही भूमि पूजन को लेकर कोई प्रतिक्रिया जाहिर की है |
हालाँकि उत्तर प्रदेश और अयोध्या के कई मुस्लिम संगठनों और नेताओं ने इसका स्वागत करते हुए अपनी सहभागिता दर्ज कराने का ऐलान किया है | बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इक़बाल अंसारी ने कहा है कि 5 अगस्त का दिन उनके जीवन का सबसे बड़ा दिन होगा |
AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस दौरे पर सवाल उठाया है और प्रधानमंत्री कार्यालय को संबोधित करते हुए ट्वीट किया है |ओवैसी ने लिखा, “प्रधानमंत्री का आधिकारिक रूप में भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होना उनके संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा | धर्मनिरपेक्षता संविधान के मूल ढांचे का हिस्सा है |” ओवैसी ने आगे कहा कि हम इस बात को नहीं भूल सकते हैं कि बाबरी 400 सालों तक अयोध्या में खड़ी थी और 1992 में इसे एक आपराधिक भीड़ ने ढहा दिया था | उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 5 अगस्त को अपने तय वक़्त पर अयोध्या पहुंचेगे |