नई दिल्ली / देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा रविवार को 14 लाख के पार हो गया है। लगातार दूसरी बार है कि एक लाख मरीज होने में केवल दो दिन लगे। संक्रमण का पहला मामला 30 जनवरी को सामने आया था। इसके बाद एक से पांच लाख केस होने में 146 दिन लगे थे लेकिन 5 से 14 लाख केस यानी बाकी 9 लाख संक्रमण के मामले होने में महज 30 दिन लगे। मतलब अब हर दूसरे दिन एक लाख संक्रमित बढ़ रहे हैं।
राहत की बात यह है कि संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। अब देश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 64.19% हो गया है। मतलब हर 100 मरीज में 64 मरीज ठीक हो जाते हैं जबकि डेथ रेट 2.30% है। मतलब हर 100 मरीज में 2 मरीजों की मौत हो रही है।
भारत में हर 10 लाख की आबादी में अब 11,798 लोगों की जांच हो रही है। प्रति दस लाख की आबादी में जांच के मामले में भारत दुनिया में 99वें नंबर पर है। अब तक यहां 1.62 करोड़ लोगों की जांच हो रही है। राहत की बात है कि इतनी ही आबादी में संक्रमितों के मिलने का आंकड़ा अभी अन्य देशों के मुकाबले काफी कम है।भारत में हर 10 लाख की आबादी में 1006 संक्रमित मिल रहे हैं। इस मामले में भी भारत दुनिया में 99वें नंबर पर है।
देश में 30 जनवरी को कोरोना का पहला मामला सामने आया था। इसके 110 दिन बाद यानी 10 मई को यह संख्या बढ़कर एक लाख हुई। फिर संक्रमण की रफ्तार में इतनी तेजी आई कि महज 15 दिनों में ही आंकड़ा 2 लाख के पार हो गया।
इसके बाद संक्रमितों की संख्या 2 से बढ़कर 3 लाख होने में महज 10 दिन लगे। 3 से 4 लाख मामले होने में 8 दिन और 4 से 5 लाख मामले होने में केवल 6 दिन लगे। केस बढ़ने की यह रफ्तार लगातार तेज हो रही है।
5 से 6 लाख और 6 से 7 लाख मामले होने में केवल 5-5 दिन लगे। इस बार 7 से 8 लाख मामले होने में केवल 4 दिन लगे। इसके बाद हर तीन दिन में एक लाख नए केस बढ़े और महज 12 दिनों में संक्रमितों की संख्या 8 लाख से 12 लाख तक पहुंच गई। अब 12 लाख से 13 लाख और फिर 13 से 14 लाख केस होने में केवल 2-2 दिन लगे। हर दिन अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा भारत में ही संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।