भारत में भी वुहान जैसे हालात लगे बनने, एक साथ जला दीं 50 से अधिक कोरोना मरीजों की लाशें, आखिर क्यों मरने के बाद भी लाशों की सम्मानजनक विदाई से कतरा रहे सरकारी कर्मी, घटना का वायरल वीडियो देखकर भड़के लोग, पीड़ित परिजनों ने भी कहा कि उन्हें सौंपे लाश, जब सरकार को इतनी एलर्जी तो वे खुद कर देंगे अपनों का अंतिम संस्कार, देखे वीडियो

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हैदराबाद वेब डेस्क / हैदराबाद में कोरोना संक्रमितों की लगातार मौत से दिनों -दिन हालात बिगड़ते जा रहे है | संक्रमण के कहर और लगातार बढ़ते मौत के मामलों से अब सरकारी कर्मी भी घबराने लगे है | वो कोरोना संक्रमितों की लाशों के साथ ठीक वैसा ही व्यवहार कर रहे है, जैसे चीन के वुहान प्रांत में दिखाई देता था | कोरोना संक्रमितों की लाशों को कूड़ा कर्कट की तरह बड़े बड़े गड्ढों में फेंका जा रहा है | इसके बाद JCB मशीन से गड्ढों में मिट्ठी पाट दी जा रही है |

हैदराबाद से लगातार ऐसे ही वीडियो सामने आ रहे है | कुछ दिनों पूर्व कोरोना संक्रमित लाशों को इसी तरह से ठिकाने लगाया गया था | उन मामलों का वीडियो देशभर में देखा गया और लोगों ने सरकार की जमकर आलोचना की थी | अभी इस मामले की चर्चा थमी नहीं कि एक और ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमे सरकार की असंवेदनशीलता सामने आ रही है |

हैदराबाद से सामने आये इस वीडियो में नजर आ रहा है कि यहाँ कोरोना मरीजों की 50 लाशें एक साथ जला दी गईं | यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है | बताया जाता है कि हाल ही में 21 जून को सरकारी कर्मियों ने इस तरह से लगभग 50 लाशों का अंतिम संस्कार किया |

हैदराबाद के ईएसआई श्मशान घाट से सामूहिक दाह संस्कार का यह वीडियो जब वायरल हुआ तो उसे देखकर लोगों की रूह कांप गई | इस वीडियो के सामने आने के बाद विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है | विपक्ष सरकार पर कोरोना से निपटने में नाकाम रहने का आरोप लगा रहा है | उनका कहना है कि सरकार मौत का आंकड़ा छिपा रही है |

उधर मामले के तूल पकड़ने के बाद सरकार बैक फुट पर है | मंत्रियों के बजाये अब अफसर जवाब दे रहे है | मामले को बढ़ता देख स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए सामूहिक दाह संस्कार को स्वीकार किया है | लेकिन कोरोना के आंकड़ों में किसी भी तरह के हेरफेर से उसका इनकार है |

हैदराबाद के ईएसआई श्मशान घाट में लाशों के सामूहिक अंतिम संस्कार पर चिकित्सा शिक्षा के निदेशक डॉ के रमेश रेड्डी का अपना तर्क है | उनका कहना है कि कोरोना शवों को ले जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है | उनके मुताबिक वाहनों की कमी और अन्य कारणों से एक ही बार में 50 से अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया गया | उनके मुताबिक ये सभी लाशे दो तीन दिन पुरानी थी |

उधर इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग सरकार के खिलाफ जमकर भड़क रहे है | सरकारी दिशा निर्देशों में कोविड -19 के तहत लाशों को ठिकाने लगाने के लिए कही भी सामूहिक अंतिम संस्कार के निर्देश नहीं दिए गए है | उधर लोगों की दलील है कि यदि सरकार को संक्रमितों की लाशों से इतनी एलर्जी है तो वे शवों को परिजनों को सौंप दे | वे विधि विधान और सम्मानजनक तरीके से अपनों का अंतिम संस्कार करेंगे |