रायपुर / किक्रेट के मास्टर ब्लास्टर कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर 24 अप्रैल यानि आज 46 साल के हो गए | ऐसे में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ट्विटर के माध्यम से उन्हे जन्मदिन की बधाई दी है।
पूर्व सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा कि अंतराष्ट्रीय खेल जगत में मास्टर ब्लास्टर के नाम से विख्यात भारतीय क्रिकेट टीम के धुरंधर बल्लेबाज श्री सचिन तेंदुलकर जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। मै ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे आपको उत्तम स्वास्थ्य व सुदीर्घ जीवन का आशीष प्रदान करें।
महज 16 वर्ष की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले इस ‘छोटे सचिन’ ने 40 के हो जाने पर ही अपने बल्ले को आराम दिया | नहीं थकने वाले इस सफर के दौरान सचिन ने इतने कीर्तिमान रच डाले कि उन्हें ‘क्रिकेट के भगवान’ का दर्जा दे दिया गया | सचिन तेंदुलकर ने अपने दो दशकों के खेल के दौरान 200 टेस्ट, 100 अंतराष्ट्रीय शतक, 34357 अंतराष्ट्रीय रन अपने नाम किए हैं।
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और 24 तारीख का खास रिश्ता है. यह वह दिन है, जिससे न सिर्फ उनके जीवन की शुरुआत हुई, बल्कि इसी तारीख को उन्होंने कई मंजिलें तय कीं |
24 अप्रैल 1973
24 अप्रैल 1973 को दिन में एक बजे मुंबई के शिवाजी पार्क राणाडे रोड स्थित निर्मल नर्सिंग होम में सचिन का जन्म हुआ था. उस वक्त उनका वजन 2.85 किग्रा था. और आगे चलकर यही शिशु क्रिकेट का युगपुरुष बन गया.
24 फरवरी 1988
24 फरवरी 1988 को नन्हे सचिन सुर्खियों में छा गए थे और दुनिया वाह-वाह कह उठी. दरअसल, उन्होंने इस दिन अपने बालसखा विनोद कांबली के साथ हैरिस शील्ड के सेमीफाइनल में नाबाद 664 रनों (तीसरे विकेट के लिए) की हैरतअंगेज साझेदारी की थी. उस भागीदारी के दौरान सचिन 326 और कांबली 349 रन पर नाबाद रहे थे. मुंबई के आजाद मैदान (ससानियन सीसी) पर शारदाश्रम विद्यामंदिर टीम के स्कूली खिलाड़ियों की यह जादुई बल्लेबाजी किसी करिश्मे से कम नहीं थी.
तब कांबली (16 साल ) और सचिन (14 साल) की यह भागीदारी किसी भी विकेट के लिए किसी भी श्रेणी के क्रिकेट में सबसे बड़ी साझेदारी थी. सचिन-कांबली ने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी टी. पैटॉन और एन. रिपॉन के रिकॉर्ड को ध्वस्त किया था. बुफैले टीम के लिए इन कंगारू बल्लेबाजों ने 1913/14 में 641 रनों की पार्टनरशिप की थी. हालांकि 19 साल बाद हैदराबाद में मनोज कुमार और मो. शैबाज ने 721 रन ( तीसरे विकेट के लिए) की साझेदारी कर सचिन-कांबली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया.
24 नबंबर 1989
सचिन ने 24 नबंबर 1989 को 16 साल की उम्र में अपने टेस्ट करियर की पहली हाफ सेंचुरी (59 रन) बनाई थी. पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले दौरे में फैसलाबाद में उन्होंने सबसे कम उम्र में यह कारनामा किया था.
24 फरवरी 2010
सचिन ने 24 फरवरी 2010 को ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में वह ऐतिहासिक पारी खेली, जिसके बारे में किसी ने सोचा तक न होगा. उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 200 रनों की पारी खेल कर वनडे क्रिकेट के 39 साल के इतिहास की पहली डबल सेंचुरी लगा दी