बड़ी खबर : 108 एंबुलेंस में रोमांस, सरकारी एंबुलेंस में मना रहे थे रंगरेलियां, जीवीके कंपनी ने साधी चुप्पी, सरकारी रिकॉर्ड में एम्बुलेंस कोरोना पेशेंट को लेने दर्शा कर इमरजेंसी रोमांस सेवा में जुटी, वीडियों वायरल होने के बाद जांच के निर्देश

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रामपुर / 108 सरकारी एंबुलेंस के भीतर मरीज ही मौजूद हो , यह दावें के साथ नहीं कहा जा सकता | इसके पूर्व छत्तीसगढ़ , मध्यप्रदेश और उड़ीसा में एम्बुलेंस के भीतर गांजा और तस्कर दोनों पकड़ाए है | यही नहीं कुछ माह पूर्व छत्तीसगढ़ के कवर्धा-राजनांदगांव की सरहद में सरकारी एम्बुलेंस में बलात्कार के प्रयास में दो कर्मियों के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई थी | लेकिन अब सरकारी 108 एम्बुलेंस में कर्मियों का रोमांस सामने आया है | आकस्मिक सेवा उपलब्ध कराने वाली इस सरकारी एम्बुलेंस के भीतर रंगरेलियां मनाते एक जोड़े को देखकर राहगीर हैरत में पड़ गए |

उन्होंने इस रोमांस का वीडियों बना लिया 17 सेकंड का यह अंतरंग वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है | घटना उत्तरप्रदेश के रामपुर की है | इस रोमांचक वीडियो के वायरल होते ही स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे है |उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के अस्पताल में प्रयोग की जा रही एंबुलेंस जीवीके कंपनी द्वारा संचालित की जाती है | इसके एक कर्मचारी का आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कर्मचारी सरकारी एंबुलेंस में किसी महिला के साथ दिखाई दे रहा है | वीडियो वायरल हो जाने के बाद प्रशासन को जब इसकी जानकारी लगी तो उसने जांच के निर्देश दिए है |

मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक आरोपी कर्मचारी पर कार्रवाई का पूरा जिम्मा जीवीके के कंपनी पर है , फिर चाहे वह वैधानिक कार्रवाई करें या विभागीय कार्रवाई | इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुबोध कुमार शर्मा ने बताया एक एंबुलेंस में कुछ आपत्तिजनक हरकत करते हुए वीडियो वायरल हुआ था | इसे संज्ञान में लेने के बाद जीबीके कंपनी, जो एंबुलेंस संचालित करती है, उनके अधिकारी को पत्र लिखा गया है | उन्होंने कहा कि लोकल प्रबंधक और प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए है |

108 एंबुलेंस सेवा के जिला प्रभारी कुलदीप यादव ने बताया कि वीडियो में दिखाई दे रहा कर्मचारी ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) हरिपाल सिंह है। उत्तर प्रदेश सरकार ने एंबुलेंस सेवा बीमार लोगों और सड़क हादसों में घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए शुरू की है, लेकिन अक्सर जरूरतमंदों द्वारा फोन करने के बाद भी समय पर एम्बुलेंस नहीं पहुंचने की अक्सर शिकायतें मिली रहती हैं।

बताया जाता है कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए यह एम्बुलेंस सेवा बड़ी कारगर साबित हुई है | लेकिन इस घटना से स्वास्थ्य विभाग की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ा है |

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