जयपुर / दिल्ली – राजस्थान की सियासत में ऊंट किस करवट बैठेगा बहुत हद तक अदालती फरमान पर निर्भर करेगा | जयपुर हाईकोर्ट में राजस्थान सरकार और पायलट गुट ने अपना पक्ष रख दिया है | सुनवाई लगभग पूरी हो चुकी है | जल्द फैसले के आसार है | इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के खिलाफ हर मंच पर मोर्चा खोल दिया है | गहलोत ने उन्हें नकारा-निकम्मा तक कहा |
उन्होंने यह भी कहा कि पायलट ने 18 माह तक कोई काम नहीं किया | बल्कि वे विधायकों को लड़ाते रहे | उनके इस बयान पर सचिन पायलट का जवाब आया है | सचिन पायलट ने कहा है कि गहलोत उनकी छवि खराब करने की कोशिश की कर रहे है | वे उनके आरोपों से दुखी है, लेकिन हैरान नहीं | उन्होंने एक विधायक कृष्णा पुनिया के आरोप पर भी आपत्ति करते हुए कहा कि वे आरोप लगाने वाले विधायकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे |
पायलट ने कहा कि मुझे यकीन है कि मेरी छवि पर इस तरह के और भी संगीन आरोप लगाए जाएंगे, लेकिन मैं अपने विश्वास में दृढ़ रहूंगा | पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सभी आरोपों को निराधार बताया |
उधर जब हाईकोर्ट में दोनों पक्षों के बीच बहस जारी थी तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी थी | गहलोत ने कहा था कि सचिन पायलट ने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है, उन्हें काफी कम उम्र में बहुत कुछ मिल गया था | उन्होंने कहा कि मुझे पता था कि सचिन पायलट नाकारा थे |
अशोक गहलोत ने कहा था ‘हमने कभी सचिन पायलट पर सवाल नहीं किया | 7 साल के अंदर एक राजस्थान ही ऐसा राज्य है जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की मांग नहीं की गई| हम जानते थे कि वो निकम्मे थे, नाकारा थे लेकिन मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मुख्यमंत्री बनकर आया हूं |हम नहीं चाहते हैं कि उनके खिलाफ कोई कुछ बोले, सभी ने उनको सम्मान दिया है |’ फ़िलहाल दोनों नेताओं के बीच छिड़े विवाद से अब कांग्रेस आलाकमान भी किनारा करता नजर आ रहा है | माना जा रहा है कि एक ओर जहाँ गहलोत चुप बैठने को तैयार नहीं है तो वही सचिन भी पायलट के साथ सरकारी कुर्सी में बैठने को राजी नहीं | देर सबेर मामले का निपटारा फ्लोर पर होना तय माना जा रहा है |