कोरोना संक्रमितों के शवों की सम्मानजनक अंतिम विदाई के लिए 15 हजार रूपये की सहायता राशि दी जाएगी , संक्रमितों के शवों का करना होगा विधिवत अंतिम संस्‍कार ,ये राशि अगर परिवार अंतिम संस्कार करता है, तो उनको मिलेगी या अंतिम संस्कार करने वाले नगर निगम , पंचायत कर्मचारियों और सामाजिक संस्थाओं को भी दी जा सकेगी  

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हैदराबाद / देश में कोरोना संक्रमित शवों को ठिकाने लगाने के लिए सरकार को जमकर पापड़ बेलने पड़ रहे है | केंद्र हो या राज्य सरकार दोनों ही कोरोना संक्रमितों के शवों के साथ बरती जा रही असंवेदनशीलता से हैरत में है | इन शवों का अंतिम संस्कार कोविड-19 के निर्देशों के तहत होना है | लेकिन कई राज्यों से खबरे आ रही है कि उन इलाकों में मारे खौफ के शवों के साथ अमानवीय बर्ताव किया जा रहा है | खासकर दिल्ली और आंध्रप्रदेश से आई खबरे देशभर में सुर्खियां बनी | कई संगठनों ने संक्रमितों के शवों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करने का मुद्दा उठाया था | ऐसे में आंध्र प्रदेश सरकार ने कोविड-19 से मरने वालों के अंतिम संस्कार के लिए 15,000 रुपये की राशि देने का निर्णय किया है। 

मृतक के परिजन अथवा परिवार अंतिम संस्कार करता है, तो उनको यह राशि मिलेगी | यदि अंतिम संस्कार करने के लिए नगर निगम , पालिका , पंचायत कर्मचारियों और सामाजिक संस्थान सामने आते है तो उन्हें भी यह रकम दी जा सकती है। आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण आयुक्त काटामानेनी भास्कर ने बताया कि कोरोना संक्रमण से मरने वाले शख्स का जो कोई भी अंतिम ससंकार करता है, उसे सरकार की ओर से 15 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

दरअसल आंध्र प्रदेश से लगातार कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों के शवों के साथ बदसलूकी के मामले सामने आ रहे हैं।हाल ही में एक वीडियों वायरल हुआ था | इसमें कुछ कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के शव को गड्ढे में फेंक दिया गया था | यही नहीं कई संक्रमितों के शवों को उनके घर से श्मशान घाट तक एक जेसीबी मशीन में रखकर ले जाया गया था । ऐसी घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से देशभर में सरकार की किरकिरी हुई थी | 

इस तरह के मामलों की विपक्ष ने जमकर आलोचना की थी | इसके बाद मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने इसे अमानवीय घटना करार देते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का वादा किया था। उधर संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार करने वालों ने भी अपनी मजबूरियां गिनाई थी | हालांकि, इन कर्मचारियों के खिलाफ सरकार ने क्या कार्रवाई की ? ये तो पता नहीं चल पाया। लेकिन अब राज्य सरकार ने कोरोना से मरने वालों के शवों के अंतिम संस्‍कार के लिए 15000 रुपये देने का ऐलान कर ऐसे मामलों पर रोक लगाने की ओर गंभीरता दिखाई है | उम्मीद है कि अब शवों के साथ इस राज्य में बदसलूकी नहीं होगी।