त्रिरूवंनतपुरम वेब डेस्क / केरल सरकार में हड़कंप मच गया है | दरअसल त्रिरूवनंतपुरम एयरपोर्ट के जरिए हुए सोने की तस्करी के मामले की जांच कस्टम के बजाये अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए को सौंप दी गई है | गृह मंत्रालय ने इसके लिए एनआईए को निर्देश दे दिए हैं। केरल की राजधानी में यूएई के पता वाले डिप्लोमैटिक कार्गो से 30 किलो सोना बरामद होने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है | केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने अपनी करीबी महिला अधिकारी स्वप्ना सुरेश को मुख्य अभियुक्त बनाये जाने के बाद उनकी सेवाएं समाप्त कर दी है |
इसके बावजूद भी इस महिला से उनका पीछा नहीं छूट रहा है | यही नहीं उनके सचिव और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एम शिव शंकर को भी उन्होंने हटा दिया है | बावजूद इसके विपक्ष और उनके विरोधियों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नया मोर्चा खोल दिया है | उन्होंने पिनराई विजयन और स्वप्ना सुरेश के बीच संबंधों को लेकर भी जाँच की मांग की है | इस बीच कई नेता और मुख्यमंत्री से संबंध रखने वाले लोगों ने दावा किया है कि स्वप्ना सुरेश की गतिविधियों और कार्यप्रणाली के बारे में कई बार मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को अवगत कराया गया था | लेकिन वे उसके मोह में ऐसे फंसे की, कोई बात सुनने को तैयार ही नहीं थे |
इस मामले को लेकर केंद्र सरकार भी गंभीर नजर आ रही है | इस तस्करी को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ा गया है। सूत्रों की माने तो एनआईए इस मामले में गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून 2004 की धारा 15, 16, 17 और 18 के तहत जांच करेगी। आमतौर पर ये कानून आतंकवादी गतिविधि और टेरर फंडिंग को लेकर लगाया जाता है।
एनआईए के अधिकारी ने बताया कि एजेंसी इस मामले में शुरू से जांच करेगी, जिसमें अंतरराष्ट्रीय संबंधों से जुड़े संगठित रैकेट की जांच होगी और इस तस्करी से देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर की भी पड़ताल की जाएगी।
इस मामले में एक पूर्व राजनीतिज्ञ यूएई वाणिज्यदूतावास जनरल और सीएम की करीबी स्वप्ना सुरेश का नाम जुड़ने से केरल में हड़कंप मच गया है। स्वप्ना सुरेश के केरल के मुख्यमंत्री के निजी सचिव के साथ भी कथित संबध की खबरें सामने आई हैं। फिलहाल स्वप्ना सुरेश फरार हैं | केरल के हाईकोर्ट में उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दी गई है। यूएई वाणिज्यदूतावास जनरल ऑफिस के उच्च कूटनीतिज्ञ राशिद खामिस अल शामली के कहने पर कथित तौर पर संपर्क साधा था। तस्करी किए गए सोने की कीमत 15 करोड़ रुपये है।
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इस मामले में आश्चर्य की बात यह है कि तस्करी किया हुआ सोना कार्गो में छिपाया गया था। इस कार्गो में बिस्किट, नूडल्स, बाथरूम का सामान रखा जाता था लेकिन तस्करी के लिए सोना रखा गया था | हालाँकि कस्टम को तस्करी की सूचना पहले ही मिल चुकी थी।