बड़ी खबर : केरल के मुख्यमंत्री की विश्वासपात्र और करीबी महिला अधिकारी 30 किलो सोना तस्करी में लिप्त, कस्टम विभाग ने दर्ज किया मामला, तस्करी के मामले के तार सीएम कार्यालय से भी जुड़े, मुख्यमंत्री की सहयोगी महिला अधिकारी फरार

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तिरुवनंतपुरम / केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 30 किलों सोने की तस्करी को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय संदेह के दायरे में आ गया है | बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की विश्वासपात्र और एक महिला अधिकारी लंबे अरसे से सोने की तस्करी में शामिल रही है | हालांकि उनकी पोल अब जाकर खुली है | आरोप लगा रहा है कि इस महिला अधिकारी को बचाने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय का बेजा इस्तेमाल हुआ | मामले ने अब राजनैतिक तूल पकड़ लिया है |

तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट में तस्करी कर लाये गए 30 किलों सोने की बरामदगी के बाद कस्टम अधिकारियों ने मामले की जांच तेज कर दी है | उनके मुताबिक एयर कार्गो के जरिए पहुंचे सामान में 30 किलोग्राम से अधिक सोना बरामद किया है। बताया जा रहा है कि इसके तार यूएई के महावाणिज्य दूतावास से संबंधित एक राजनयिक खेप से जुड़े हुए हैं। लेकिन अब इस तस्करी के मामले में केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय का नाम भी सामने आने से हड़कंप मच गया है |

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यूएई की एक पूर्व वाणिज्य अधिकारी स्वप्ना सुरेश इस मामले की मुख्य आरोपी बताई जा रही हैं। फिलहाल वे केरल राज्य सूचना प्रौद्योगिकी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के तहत स्पेस पार्क की विपणन संपर्क अधिकारी भी हैं। उनके राज्य के मुख्यमंत्री से मधुर संबंध बताये जाते है | जैसे ही यह मामला सामने आया, बीजेपी राज्य प्रभारी के सुरेंद्रन ने मुख्यमंत्री कार्यालय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री और उनके कार्यालय पर गंभीर आरोप लगाते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है |

के सुरेंद्रन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर आरोप लगाया कि जैसे ही स्वप्ना सुरेश के इस मामले में आरोपी होने का पता चला, मुख्यमंत्री कार्यालय और आईटी सचिव ने सीमा शुल्क विभाग पर उसे रिहा करने का दबाव बनाया। सुरेंद्रन ने कहा कि मुख्यमंत्री और आईटी सचिव के कार्यालय के फोन रिकॉर्ड की जांच करके मामले में उसकी संलिप्तता को जाना जा सकता है।

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उधर मामला दर्ज होने के बाद सीमा शुल्क विभाग ने बताया है कि स्वप्ना सुरेश फरार हो गई है | उसके मुताबिक एक पूर्व वाणिज्य दूतावास पीआर सारथ को भी मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। अपराध कबूल करने के बाद उसे सीमा शुल्क कार्यालय कोच्चि ले जाया गया है । बताया जाता है कि गिरफ्तार शख्स स्वप्ना सहित वाणिज्य दूतावास में कुछ अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए हुए था। चूंकि वह जानता था कि राजनयिक सामान की विस्तृत जांच नहीं की जाती है, इसलिए उसने राजनयिक चैनल का उपयोग करके राज्य में बड़ी मात्रा में सोने की तस्करी की।

यह भी बताया जा रहा है कि स्वप्ना वाणिज्य दूतावास में अपने कार्यकाल तक सारथ के साथ सहयोग करती रही थी। हालांकि, उसने कार्यालय छोड़ने के बाद भी तस्करी में अपना सहयोग जारी रखा। उसने कथित तौर पर इस अपराध से बचने के लिए अपने कनेक्शन का भी इस्तेमाल किया है। वहीं, यूएई के वाणिज्य दूतावास ने यह स्पष्ट किया कि तस्करी में उनकी कोई भूमिका नहीं है और उनके कर्मचारी किसी भी तरह के दुर्भावना में शामिल नहीं हैं। फ़िलहाल मुख्यमंत्री की करीबी और विश्वासपात्र महिला अधिकारी के सोने की तस्करी में लिप्त पाए जाने पर मामला गंभीर हो गया है |