जून में कोरोना का ज्यादा असर, जुलाई-अगस्त में कहर बरपा सकता है कोरोना, संक्रमण से बचने के लिए अनावश्क घरों से बाहर ना निकले, मास्क का उपयोग करे और शरीर को साफ़ सुथरा रखे, आपकी सतर्कता और समझदारी ही कोरोना से बचाएगी

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दिल्ली वेब डेस्क / देश में कोरोना वायरस के संक्रमण का छठा माह शुरू हो चुका है। अब तक सबसे ज्यादा संक्रमण जून माह में देखने को मिला। इस दौरान भीषण गर्मी के बावजूद संक्रमण का फैलाव देखा गया | विशेषज्ञों का मानना है कि जून की तरह जुलाई और अगस्त माह भी अतिसंवेदनशील साबित हो सकता है। उनके मुताबिक जून माह में 3.48 लाख से अधिक संक्रमित मिले थे, जो अब बढ़कर 6 लाख पार हो चूका हैं। जबकि इससे होने वाली मौतों का ग्राफ 17 हज़ार 835 तक जा पहुंचा है |

विशेषज्ञ बताते हैं कि जुलाई और अगस्त माह में मरीज और मौत दोनों ही सबसे ज्यादा देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि मेडिकल गाइडलाइन का पालन करने में जरा भी कोताही ना बरते | मास्क का उपयोग करे और जहाँ तक हो सके अपने घरों में ही रहे | स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 31 मई तक देश में कुल मरीजों की संख्या 1,82,143 और 5,164 मरीजों की मौत हुई थी। जो अब 1 जुलाई तक बढ़कर 6 लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है | 

केरल के वरिष्ठ डाटा एक्सपर्ट जेम्स विल्सन का मानना है कि जुलाई में पांच से छह लाख मरीज आएंगे। उन्हें अंदेशा है कि जुलाई में जून से भी ज्यादा मरीज और मौतें दर्ज की जा सकती हैं। उधर चेन्नई स्थित नेशनल पब्लिक हेल्थ इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ प्रोफेसर एम रामास्वामी का कहना है कि जुलाई और अगस्त में पीक आ सकता है। संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है | उन्होंने मौजूदा हालात को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को और भी ज्यादा मजबूत करने की जरूरत बताई है।