रिपोर्टर – अफरोज खान
सूरजपुर / केंद्र सरकार के द्वारा देश की कोयला खदानों की नीलामी प्रक्रिया 18 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई है इसका विरोध करने के लिए कोयला उद्द्योग में कार्यरत केंद्रीय श्रम संगठनों एटक, सीटू,बी एम एस, एच एम एस एवं इंटक यूनियन द्वारा हर क्षेत्र में लगातार किया जा रहा है | प्रदर्शन और हल्ला बोल और गेट मीटिंग का दौर हर माईनस में चल रहा है | सभी श्रम संगठन मिल कर बड़ा तीन दिवसीय आंदोलन 2 से 4 जुलाई को करने जा रहें है |
मजदूर संगठन के फेडरेशन स्तर की बैठक मेँ भारत सरकार के उद्योग विरोधी एवं मजदूर विरोधी फैसलों कोयला उद्योग का निजीकरण, कामर्शियल माइनिंग, निजी क्षेत्रों को कोल ब्लॉक आवंटन, सीएमपीडीआई को कोल इंडिया से अलग करने इत्यादि के खिलाफ 18 जून को देशव्यापी विरोध दिवस मनाया गया था और हर क्षेत्र से महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया | इसी कड़ी में बड़ी लड़ाई लड़ने के लिए 2 जुलाई से 4 जुलाई तक कोल इंडिया में तीन दिवसीय हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है।
एटक यूनियन के केन्द्रीय महामंत्री हरिद्वार ने बताया की इसी कड़ी में एचएमएस, एटक, बीएमएस, इंटक, सीटू यूनियन की एसईसीएल स्तर की बैठक ज़ूम एप्प के जरिए बैठक संपन्न हुई। बैठक मेँ एचएमएस के महामंत्री श्री नाथूलाल पांडेय, बीएमएस SECL के प्रभारी श्री महेंद्र प्रताप सिंह, एटक के महामंत्री काo हरिद्वार सिंह, सीटू के महामंत्री काo जे.एस.सोढ़ी, इंटक के महामंत्री श्री पीoकेoराय उपस्थित रहे। बैठक में 2 जुलाई से 4 जुलाई तक प्रस्तावित तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने की योजना पर निर्णय लिए गए | हड़ताल के समर्थन में वाल राइटिंग किया जायेगा, गेट मीटिंग किया जाएगा, मजदूरों को सरकार की गलत नीतियों के बारे में विस्तार से बताया जाए, निजी कंपनी को कोल ब्लॉक देकर सरकारी उपक्रम को बंद करने की मन्शा के बारे में बताया जाए | इसी कड़ी में 18 जून 2020 को एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर में पांचो यूनियन के शीर्ष नेताओ ने हड़ताल का नोटिस दें दिया |
श्रम संगठन की प्रमुख मांगे इस प्रकार है :
1) कोयला खानों का निजीकरण रोकना|
2) वाणिज्यिक खनन हेतु प्रस्तावित नीलामी रोकना|
3) सीआईएल से सीएमपीडीआईएल को अलग करने के प्रस्ताव को वापस लेना|
4) ठेकेदारी श्रमिकों को एचपीसी मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित करना |
5) एनसीडब्ल्यूए-6 के अनुसार 9.4.0 के तहत मेडिकल अनफिट कामगारों के आश्रित को नौकरी दिया जाये |
वही एचएमएस, एटक, बीएमएस, इंटक, सीटू यूनियन के शीर्ष नेताओं ने कोयला मजदूरों से भी आहवान किया है कि विरोध दिवस में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेवे एवं कोल इंडिया को बचाने के लिए 2 जुलाई से 4 जुलाई तक प्रस्तावित तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनावे