रायपुर / महासमुंद / रायगढ़ / जांजगीर / राजनांदगांव – छत्तीसगढ़ में क्वारेंटाइन सेंटरों में बवाल ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है | रोजाना नई नई घटनाएं सामने आ रही है | ज्यादातर क्वारेंटाइन सेंटरों में प्रशासन की अनदेखी सरकार पर भारी पड़ रही है | हालाँकि बवाल खड़ा करने वाले आरोपियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज भी हो रहे है |
इसके बावजूद भी बवाल – हंगामा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है | माना जा रहा है कि क्वारेंटाइन सेंटरों में अब ऐसे अमले की जरुरत है जो बवाल खड़ा करने वाले लोगों को समझा बुझा सके | यही नहीं उन्हें कोरोना संक्रमण के खतरों से वाकिफ भी कराया जाये | ताकि वे ना तो अपनी जान जोखिम में डाले और नहीं किसी अन्य व्यक्ति की | राज्य के कई क्वारेंटाइन सेंटर में हंगामे में और आत्महत्याओं के मामलों से गहमा गहमी मची है |
ताजा मामला महासमुंद का है | महासमुंद के ग्राम रामपुर में एक प्रवासी श्रमिक ने आत्महत्या कर ली | यह शख्स बलरामपुर से 08 जून 2020 को परिवार सहित यहाँ लौटकर आया था। इन्हे ग्राम पंचायत डुमरपाली के क्वारेंटाईन सेण्टर में रखा गया था। बताया जाता है कि सोहन वनराज, पिता रामसिंग वनराज, उम्र 40 वर्ष ने क्वारेंटाईन सेंटर में खूब बवाल किया | यह व्यक्ति 12 जून 2020 की शाम को अचानक यहाँ से भाग खड़ा हुआ |
इस संबंध में क्वारेंटाईन सेण्टर के नोडल अधिकारी मोहनिश वैष्णव द्वारा 13 जून 2020 को पटेवा थाने में प्रारम्भिक सूचना रिपोर्ट लिखाई थी। इस मामले में पुलिस ने गायब हुए शख्स के खिलाफ एफआईआर भी की | बताया जाता है कि आरोपी मजदूर ने रामपुर के खेत में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में थाना पटेवा में मर्ग क्रमांक 25ध्2020 धारा 174 जा.फौ. कायम कर जाँच पंचनामा कार्यवाही की गई है।
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उधर रायगढ़ के जिले सारंगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुर्सी के आश्रित ग्राम सिंघनपुर ब क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूरों ने भी जमकर बवाल किया | कोई खाने पीने की वस्तुओं को लेकर नाराज़ बताया गया, तो कोई मूलभूत सुविधाओं को लेकर | बताया जाता है कि इस क्वॉरेंटाइन सेंटर से विश्वनाथ महेश पिता फतेह राम महेश उम्र 45 वर्ष ग्राम सिंघनपुर ब थाना सारंगढ़ दीवाल को फांद कर भाग गया था |
फरार शख्स को गांव के गोवर्धन बंजारे पिता घसिया बंजारे उम्र करीब 35 वर्ष ने अपने मोटरसाइकिल में बैठा कर गांव में घुमाया था | पुलिस ने थाना सारंगढ़ में उक्त दोनों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 370/20 धारा 188 269 270 भादवि कायम कर विवेचना में लिया है | इस घटना के बाद दोनों व्यक्तियों को फिर से क्वॉरेंटाइन किया गया |
जांजगीर में भी क्वारेंटाइन सेंटरों में बवाल की खबर है | यहाँ के खोखसा गांव के क्वारेंटाइन सेंटर में मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर मजदूरों ने जमकर हंगामा किया | इन्हे काबू में करने के लिए प्रशासन ने कानून का डंडा दिखाया | 34 मजदूरों के खिलाफ क्वारेंटाइन नियमों का उल्लंघन करने पर प्रशासन की ओर से FIR दर्ज कराई गई है |
जांजगीर के ही शिवरीनारायण के क्वारेंटाइन सेंटर से राकेश केवट नामक शख्स भाग निकला | इस शख्स के खिलाफ भी महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया | स्थानीय थाने के प्रभारी पीएस सेन के मुताबिक आरोपी शख्स को रोगदा – धाराशिव गांव से धर दबोच कर लाया गया | उनके मुताबिक उसे फिर क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा गया है |
इधर राजनांदगांव के पेंड्री स्थित सरकारी क्वारेंटाइन सेंटर से भी एक शख्स भाग निकला | बताया जाता है कि शराब पीने के लिए यह शख्स अचानक क्वारेंटाइन सेंटर से गायब हो गया था | हालाँकि करीब डेढ़ दो घंटे बाद वापस भी आ गया, लेकिन नशे में धुत्त पाया गया | इस मजदूर के साथ क्वारेंटाइन सेंटर में हुई मारपीट का मामला भी सोशल मीडिया में सुर्ख़ियों में है |
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न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने राज्य के विभिन्न क्वारेंटाइन सेंटरों का जायजा लिया | इस दौरान यह तथ्य सामने आया कि क्वारेंटाइन सेंटरों में अब उन लोगों की जरुरत है, जो वहां रह रहे लोगों को मूलभूत आवश्यकताओं की उपलब्धता को लेकर सही जानकारी दे सके | यही नहीं बवाल खड़ा करने से पूर्व उन्हें समझा बुझा भी सके | उन्हें कोरोना संक्रमण के जोखिम की जानकारी भी दे सके, ताकि इन क्वारेंटाइन सेंटरों में अप्रिय स्थिति निर्मित ना हो पाए |