आखिर कब खत्म होगा कोरोना का असर ? महामारी के 511 विशेषज्ञों ने दिए ये जवाब , पढ़े इस खबर को

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दिल्ली वेब डेस्क / दुनिया में कोरोना संक्रमण का फैलाव जिस तेजी से हो रहा है उसने महामारी विषेशज्ञों के साथ साथ आम लोगों की भी चिंता बढ़ा दी है | विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दुनिया में कोरोना का संकट तेजी से गहराता जा रहा है | हालांकि कुछ देशों में मामले कुछ कम हुए हैं, लेकिन अब भी ऐसे कई देश हैं जहां कोरोना के मामला बढ़ने का खतरा बरकरार है | ऐसे में न्यूयॉर्क टाइम्स ने महामारी के 511 विशेषज्ञों के बीच एक सर्वे किया है और ये जानने की कोशिश की है कि आने वाले दिनों में कोरोना के असर से उनकी जिंदगी कैसी होगी | हालांकि, इन महामारी विशेषज्ञों ने लोगों के लिए कोई गाइडलाइन नहीं जारी की है, बल्कि अपनी निजी जिंदगी के बारे में बताया है | 

इनमे से कुछ महामारी विशेषज्ञों ने तो अभी से डॉक्टर से मिलना और छोटे समूह में शामिल होना शुरू कर दिया है | लेकिन ज्यादातर महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक कोई वैक्सीन या ट्रीटमेंट नहीं आ जाता, वे बड़े कॉन्सर्ट, स्पोर्ट्स इवेंट, धार्मिक कार्यक्रम में नहीं जाना चाहेंगे | उनके मुताबिक ट्रीटमेंट या वैक्सीन आने में अभी कम से कम एक साल का वक्त लग सकता है | कई विशेषज्ञों ने कहा कि वे अब कभी लोगों से गले नहीं मिलेंगे और हाथ भी नहीं मिलाएंगे | विषेशज्ञों के मुताबिक कोरोना संकट के दौरान हर शख्स अलग-अलग परिस्थिति में रह रहा है | सबकी जोखिम लेने की क्षमता, उम्मीद अलग-अलग है | इस दौरान ये भी देखना जरूरी होता है कि टेस्टिंग, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट किस तरह हो रहा है | एक्सपर्ट्स ने कहा कि इन्हीं चीजों के आधार पर वे फैसले लेंगे |

60 फीसदी एक्सपर्ट ने कहा कि वे अत्यंत महत्वपूर्ण अप्वाइंटमेंट नहीं होने पर भी गर्मियों में डॉक्टर से मिलने जाएंगे | 29 फीसदी ने कहा कि ऐसी स्थिति में वे 3 से 12 महीने इंतजार करेंगे | 11 फीसदी ने कहा कि वे एक साल से अधिक वक्त तक रुकेंगे | छोटी डिनर पार्टी को लेकर 46 फीसदी एक्सपर्ट ने कहा कि वे 3 से 12 महीने बाद ऐसा करेंगे | जबकि 32 फीसदी ने गर्मियों में ही छोटी डिनर पार्टी आयोजित करने की बात कही | लेकिन 21 फीसदी एक्सपर्ट एक साल तक रुकने के लिए तैयार दिखे | वहीं, गर्मियों में सिर्फ 20 फीसदी एक्सपर्ट ने एयर ट्रैवल में रुचि दिखाई | 44 फीसदी एक्सपर्ट 3 से 12 महीने बाद एयर ट्रैवल करना पसंद करेंगे, जबकि 37 फीसदी तो एक साल से अधिक वक्त तक रुकना चाहेंगे |   

उधर भारत में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है | रोजाना हजारों की तादाद में नए मरीज सामने आ रहे है | हालांकि इसमें अच्छी बात यह भी है कि यहां अन्य देशों की तुलना में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट बढ़िया है | वही मरने वालों का आंकड़ा भी सिमित है | लेकिन इसमें चिंता वाली बात भी है | दरअसल विश्व के सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित देशों में भारत पांचवे नंबर पर पहुंच गया है | भारत में मंगलवार शाम पांच बजे तक कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 2,66,598 हो गई है, जिनमें से 1,29,917 सक्रिय मामले हैं। अब तक 1,29,215 लोग ठीक हो चुके हैं और अब तक 7,466 लोगों की मौत हो चुकी है।