अमित शाह का कांग्रेस समेत विपक्ष पर हमला , पूछा – संक्रमण रोकने में उनका क्या योगदान ? शाह ने कहा – कोरोना से लड़ने में हमसे कुछ चूक हुई होगी, लेकिन विपक्ष बताए उसने क्या किया? उधर राहुल गांधी का तंज -”सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन, दिल के ख़ुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख़्याल अच्छा है” 

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दिल्ली वेब डेस्क / केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और विपक्षियों पर हमला बोलते हुए पूछा है कि कोरोना संक्रमण को रोकने में उन्होंने क्या भूमिका निभाई है | उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ने में हमसे कुछ चूक हुई होगी, लेकिन विपक्ष बताए उसने क्या किया ? ‘कोई स्वीडन में, कोई अमेरिका में लोगों से बात करता है, इसके अलावा और क्या किया आपने? दरअसल अपने वादे के अनुरूप कोरोना संकट के बीच भारतीय जनता पार्टी ने वर्चुअल रैली की शुरुआत की है | सोमवार को बिहार के बाद ओडिशा के लिए जन संवाद रैली को पूर्व बीजेपी अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने संबोधित किया |

अमित शाह ने मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा की तारीफ करते हुए कहा कि ये जो संवाद परंपरा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चालू रखी है वो दुनिया की राजनीति को रास्ता दिखाने वाली होगी | उन्होंने कहा कि ऐसी महामारी के समय भी कोई पार्टी अपने देश में लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने के लिए किस तरह से जनसंवाद कर सकती है | उन्होंने बताया कि जिस तरह से यह आज जन संवाद आपके सामने हो रहा है और ऐसी 75 वर्चुअल रैली के माध्यम से भाजपा के कई नेता जनता से संवाद करने वाले हैं | 

अमित शाह ने भाषण के शुरुआत से ही कांग्रेस पर सीधा हमला किया | उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति की है | 2014 में नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने कहा था कि मेरी सरकार गरीबों, आदिवासियों, दलितों की सरकार होगी. पीएम मोदी जो बोलते हैं, वो करते हैं. उन्होंने देश के 60 करोड़ से ज्यादा गरीबों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए ढेर सारे काम किए.

शाह ने PM मोदी की तमाम योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम ने 50 करोड़ गरीब भारतीयों के लिए आयुष्मान भारत की शुरुआत की, उन्हें स्वास्थ्य का अधिकार दिया, 5 लाख रुपये के इलाज का खर्च मोदी सरकार उठा रही है | साथ ही 10 करोड़ घरों में शौचालय बनाकर माताओं-बहनों को सम्मान से जीने का अधिकार दिया | इसके अलावा 2.5 करोड़ लोगों को जिनके पास घर नहीं था उनको मोदी सरकार ने घर देने का काम किया | अमित शाह ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि विवाद को सुलझाने का श्रेय भी केंद्र को दिया |

उन्होंने कहा कि रामजन्म भूमि विवाद वर्षों से चल रहा था | करोड़ों लोग राह देखते थे कि कब राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बनेगा | मोदी सरकार को आपने दोबारा बहुमत दिया, सटीक तरीके से अपना पक्ष रखा गया और सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला दिया | 

अमित शाह ने देश में तेजी से फ़ैल रहे कोरोना संकम्रण पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि कोरोना से लड़ने में हमसे कुछ चूक हुई होगी, लेकिन विपक्ष बताए उसने क्या किया? ‘ कोई स्वीडन में, कोई अमेरिका में लोगों से बात करता है, इसके अलावा और क्या किया आपने? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना में त्वरित सहायता के लिए 1.7 लाख करोड़ रुपये जरूरतमंदों के लिए दिए हैं | कोरोना संकट के समय प्रवासी मजदूरों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि करीब 3 लाख उड़िया भाई अलग-अलग क्षेत्रों से वापस आए हैं |  उनकी सुरक्षा और घर वापसी के लिए पीएम मोदी ने श्रमिक ट्रेनों चलाई | 

शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार में जब मनमोहन प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने RECP के निगोशिएशन की शुरुआत की थी. अगर RECP पर दस्तखत हो जाता तो इस देश का छोटा व्यापारी, उद्यमी, पशुपालक, किसान, मत्सय उद्योग ये सब अपना जीवन दुश्कर तरीके से जी पाते. लेकिन पीएम मोदी ने RECP की मीटिंग में कहा कि ये देश गांधी का देश है, गरीब, किसान, छोटे मजदूर और मेरे मछुआरे भाइयों से दगा नहीं कर सकता उनके हित की सोचना होगा. इस तरह हम RECP से बाहर हुए और आज हर छोटे व्यापारी, उद्यमी अपने आप को बचा हुआ महसूस कर रहे हैं | 

उधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तंज किया है। सीमा सुरक्षा को लेकर दिये गये अमित शाह के बयान पर राहुल गांधी ने लिखा, ”सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन, दिल के ख़ुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख़्याल अच्छा है।” बता दें, राहुल गांधी की ये शायराना टिप्पणी अमित शाह के उस बयान पर की गई है जो उन्होंने रविवार को बिहार से जुड़ी डिजिटल रैली के दौरान दिया था। अमित शाह ने कहा था कि अमेरिका और इजरायल के बाद अगर कोई देश अपनी सीमाओं की सुरक्षा करने में सक्षम है तो वो भारत है और यह पूरी दुनिया यह मान रही है। राहुल गांधी लगातार केंद्र की मोदी सरकार से चीन-भारत सीमा विवाद पर रुक स्पष्ट करने की मांग कर रहे हैं।