गुजरात में खतरे के निशान पर कांग्रेस, आठ विधायकों ने दिये इस्तीफे, बचे कूचे 65 विधायक को होटल में रखा गया सुरक्षित, लेकिन अब यहां भी सेंधमारी का खतरा, राज्यसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस की नैया डगमगाई, बीजेपी ने कांग्रेस का आंतरिक मामला बताकर कहा कि अब कोई विधायक कांग्रेस के साथ नहीं रहना चाहता 

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अहमदाबाद वेब डेस्क / मध्यप्रदेश के बाद अब गुजरात में भी कांग्रेस संकट से घिर गई है | उसके 8 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है | कई और विधायक पार्टी छोड़ने पर विचार कर रहे है | दरअसल राज्यसभा चुनाव को देखते हुए गुजरात में सियासी सरगर्मी अचानक तेज हो गई है। पार्टी में टूट और इस्तीफे की बीमारी से बचाने के लिए कांग्रेस ने अपने 65 विधायकों को तीन अलग-अलग रिजॉर्ट और होटल में रखा है। बताया जाता है कि जब से राज्यसभा चुनावों की घोषणा हुई है , अबतक कांग्रेस के आठ विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। दो दिन पहले कांग्रेस के कर्जन क्षेत्र से विधायक अक्षय पटेल, करपाड़ा से जीतू चौधरी और मोर्बी से ब्रजेश मेरजा ने अपना इस्तीफा पार्टी को सौप दिया है।

जानकारी के मुताबिक कांग्रेस को अंदेशा है कि पार्टी के 65 विधायकों में से अभी और भी टूट सकते है | इस लिए उन्हें सुरक्षित बनाये रखने तीन अलग रिजॉर्ट और होटल में रखा गया  है। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि 40 विधायकों को राजकोट के नील सिटी होटल में रखा गया है और बाकी विधायकों को राजस्थान के वाइल्ड विंड्स और वड़ोदरा के एक फार्म हाउस में रखा गया है। 

नील सिटी होटल के मालिक कांग्रेस नेता इंद्रनील राजगुरु हैं, जिन्होंने 2017 में विजय रूपाणी के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़ा था। कांग्रेस की ओर से यह कदम तब उठाया गया जब इस बात का अंदेशा था कि 19 जून से पहले पार्टी के आधा दर्जन और विधायक अपना इस्तीफा दे सकते हैं।

गुजरात में कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता जयराजसिंह परमार ने कहा कि होटल और रिजॉर्ट में रुकने वाले विधायकों पर बाहर जाने की कोई पाबंदी नहीं है लेकिन यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि भाजपा कांग्रेस के विधायकों को लेकर बल का प्रयोग ना कर पाए। उन्होंने बताया कि होटल में विधायकों को राज्यसभा चुनाव के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा और बताया जाएगा कि मतदान कैसे करना है।

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बीजेपी ने  इसे कांग्रेस का आंतरिक मामला कहकर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया है। विधायकों के इस्तीफे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जीतू वघानी ने कहा कि सिर्फ गुजरात की जनता ही नहीं बल्कि विधायक भी कांग्रेस के नेतृत्व पर भरोसा नहीं करते हैं।