छत्तीसगढ़ में मुसीबत बनते जा रहे है क्वारंटाइन सेंटर, भारी लापरवाही के चलते संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा, 14 दिन क्वारंटाइन सेंटर में रहकर घर लौटे मजदूर की मौत, एक अन्य मजदूर क्वॉँरन्टाइन अवधि पूरी कर घर पहुंचा लेकिन रिपोर्ट आई पॉजिटिव, अब पूरा परिवार क्वारंटाइन

0
9

जांजगीर / जशपुर – छत्तीसगढ़ में क्वारंटाइन सेंटर भी अब लोगों के लिए मुसीबत बनते जा रहे है | हैरत वाली बात है कि क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिनों तक वक्त बिताने वाले मजदूरो को बगैर गंभीरता दिखाए और मेडिकल ओपचारिकताएं पूर्ण किये उनके घरों में भेज दिया जा रहा है | नतीजतन संदिग्ध मरीजों की मौत हो रही है | यही नहीं उनके घर में भी संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है | जांजगीर जिले में एक उस मजूदर की मौत की खबर  है , जो 14 दिन तकक्वारंटाइन सेंटर में रहने के बाद अपने घर लौटा था |   

इधर मजदूर की मौत की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। मृतक की पत्नी के अनुसार उसे कोई बीमारी नहीं थी। अचानक मौत से इलाके के लोग हैरत में है | पामगढ़ के भदरा गांव निवासी यह मजदूर बोरसी गांव में क्वारंटाइन में था। 14 दिन की अवधी पूरी होने के बाद उसे क्वारंटाइन से छुट्टी मिल गई थी । फिलहाल पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया है | मामले की तफ्तीश की जा रही है | माना जा रहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इस व्यक्ति की मौत का असल कारण सामने आएगा |

एक अन्य घटना में क्वारंटाइन अवधि पूरी कर घर लौटने के बाद एक युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है | इस युवक के पूरे परिवार की जांच की जा रही है | कोरोना पॉजिटिव पाए गए इस श्रमिक को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इलाज के लिए रायगढ़ भेजा है | जबकि उसके परिवार के सदस्यों का सैंपल लिया गया है | इस परिवार को क्वारंटाइन कर दिया गया है |

सवाल उठने लगा है कि आखिर बगैर जांच रिपोर्ट आये अफसरों ने कैसे इस शख्स को क्वारंटाइन सेंटर से घर जाने की इजाजत दे दी ? मामले के खुलासे के बाद जशपुर कलेक्टर महादेव कावरे ने निर्देश दिया है कि जिनके भी सैंपल जांच के लिए भेजे गए है , उन सभी की रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें क्वारंटाइन सेंटर से छोड़ा जाए | 

छत्तीसगढ़ में क्वारंटाइन सेंटरों में गड़बड़ी के मामले तेजी से सामने आ रहे है | मौजूदा परिस्तिथियों के मद्देनजर राज्य सरकार को ऐसे मामलों में गंभीरता बरतनी होगी | क्वारंटाइन सेंटर में तैनात अफसरों को स्पष्ट निर्देश देने होंगे कि बगैर मेडिकल रिपोर्ट के परीक्षण के कोई भी संदिग्ध इधर से उधर ना हो | यही नहीं क्वारंटाइन सेंटरों में मूलभूत सुविधाओं का जायजा और लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए सरकारी अमले को सक्रीय करना होगा |

राज्य में जिस तेजी से संक्रमण फ़ैल रहा है , उसे लेकर प्रशासन को ठोस कदम उठाने होंगे | हालांकि कई जिलों में प्रशासनिक अमला बेहतर कार्य कर रहा है | लेकिन कुछ इलाकों में अफसरों की जरा सी चूक सरकार पर भारी पड़ रही है | 

छत्तीसगढ़ में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। 2 जून रात आठ बजे तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से 72 नए मामले सामने आये | राज्य में  कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 572 हो गई है, जबकि एक्टिव केस 441 है। अभी तक 130 लोग स्वस्थ होकर अपने घर गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक मात्र दो मरीजों की कोरोना से मौत की पुष्टि की गई है |

ये भी पढ़े : लॉकडाउन को गैरकानूनी करार देने वाली याचिका पर अदालत ने केंद्र से मांगा जवाब, लेकिन देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत करने वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज