रायपुर / छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट तेजी से गहरा रहा है, वही अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को स्वास्थ विभाग आवश्यक उपकरण तक मुहैया तक नहीं करा पा रहा है | नतीजतन राज्य के सबसे बड़े मेकाहारा अस्पताल के 15 जूनियर डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है | बताया जा रहा है कि सरकारी निष्क्रियता की वजह से प्रदेश भर में जूनियर डॉक्टर सरकारी अस्पतालों से दूरिया बना सकते है |
मेडिकल कॉलेजों से भी जूनियर डॉक्टरों के इस्तीफे की झड़ी लग सकती है | जानकारी के मुताबिक इस्तीफे की वजह कोरोना वायरस से जंग में सुरक्षा किट के अभाव में काम करना और समय पर वेतन नहीं मिलना बताया जा रहा है | इस्तीफा देने वाले जूनियर डॉक्टरों ने न्यूज़ टुडे को बताया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार ने कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की है | ना तो ढंग का पीपीई किट है और ना ही मास्क और अन्य उपकरण |
वे अपने साधनों से जान जोखिम में डालकर काम कर रहे है | उनके मुताबिक सीनियर डॉक्टरों के साथ वे कोरोना जंग लड़ रहे है | लेकिन सरकार उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है | उन्होंने यह भी बताया कि जूनियर डॉक्टरों को समय पर वेतन भी नहीं मिल रहा है | कोरोना काल के शुरुआत में ही सरकार ने आदेश निकाला था कि इंटर्न डॉक्टर को जूनियर डॉक्टर बनाया जायेगा | लेकिन अभी तक उनकी ज्वाइनिंग की स्थिति भी साफ़ नहीं हुई है |
उनके मुताबिक कई और डॉक्टर इस्तीफा देंगे | उधर मेडिकल कालेज के डीन विष्णु दत्त ने बताया कि जूनियर डॉक्टरों के इस्तीफे की पुष्टि की है | उन्होंने कहा कि अभी एस्मा लगा हुआ है, इसलिए उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है |