चुनावी प्रचार के दौरान नेताओं के भाषणों में अमर्यादित भाषा की झलक दन्तेवाड़ा में भी देखने को मिल रही हैं | दन्तेवाड़ा विधायक भीमाराम मंडावी ने एक चुनावी सभा मे सरकारी सहायक आयुक्त को कांग्रेसी एजेंट बताते हुए स्कूली हॉस्टलों से 50-50 हजार रुपये चुनावी चंदा वसूलने वाला बताते हुए जूते मारने की बात बोलते हुए नजर आ रहे है |
वहीं दूसरी सभा में छग के आबकारी मंत्री कवासी लखमा दन्तेवाड़ा के बालूद गांव में कांग्रेस की चुनावी सभा में कहा कि बैलाडीला की खदान बस्तर की है । प्रधानमंत्री मोदी के बाप की नही है | शिष्टता का तकाजा है कि प्रधानमंत्री पड़ की गरिमा के प्रतिकूल अभद्र टिप्पणी उड़ की मर्यादा के खिलाफ है | वहीं सरकारी कर्मचारी को भी जूट मारने की बात अशिष्ट है | ऐसे चुनावी जुमले राजनैतिक पार्टियों के नेता एक दूसरे पर तेज किये हुए है । जिससे दन्तेवाड़ा की राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो चली है