छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज के आइसोलेसन वार्ड में कोरोना संदेही ने लगाई फांसी, मौत के बाद युवक की कोरोना रिपोर्ट का इंतजार , हाल ही में दिल्ली से लौटा था युवक , राज्य में आइशोलेशन सेंटर में थम नहीं रहा अनहोनी का सिलसिला , कही सांप काटने से मर रहे है संदेही तो कही उनकी पिटाई और अव्यवस्था का आलम  

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अंबिकापुर / छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सोमवार को एक और शख्स ने आइसोलेसन वार्ड में फांसी लगा ली।घटना अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज की है | यह युवक हाल ही में दिल्ली से लौटा था | उसकी तबीयत खराब होने पर रैपिड टेस्ट किया गया था | इस दौरान उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव  आई थी | मेडिकल स्टाफ ने आरटीपीसीआर से भी जांच की थी | इसकी रिपोर्ट अभी आना बाकी है। लेकिन उससे पूर्व इस युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। 25 वर्षीय इस युवक को  अपराह्न तीन बजे तक उसे लोगों ने वार्ड में अंदर-बाहर होते देखा। इसके बाद चार बजे वार्ड आया चाय बिस्किट देने गई तो दरवाजा बंद था। दरवाजा खोलने पर पेशेंट को दरवाजे के वेंटिलेटर के छड़ में फांसी पर लटके देखा और इसकी जानकारी अधिकारियों को दी थी। घटना के बाद टीबी अस्पताल के वार्ड को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है।  बताया जा रहा है कि वार्ड में तीन लोगों को भर्ती किया गया था, जिसमें से एक कोरोना पॉजिटिव जांच में सामने आया था। इसे कोविड वार्ड में रविवार की रात को ही शिफ्ट कर दिया गया था। एक अन्य संभावित संक्रमित को रायपुर भेजा गया है।

बताया जा रहा है कि दिल्ली से लौटने के बाद युवक को लुंड्रा क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। यहां खांसी और पेट में दर्द के कारण उसे अस्पताल में दाखिल किया गया था। वहीं मेडिकल कॉलेज के आइसोलेसन वार्ड उसने फांसी लगा ली। इस घटना से स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मच गया। फिलहाल अब कोरोना की आशंका पर रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ में आइसोलेशन सेंटर में व्यवस्थाओं को लेकर सरकार को गंभीरता दिखानी होगी | मुंगेली में सरकारी आइसोलेशन सेंटर में एक संदेही की सांप के काटने से मौत हुई है , तो कही समय पर इलाज नहीं मिलने से कई क्वारंटाइन सेंटर में संदेहजनक मौत का मामला सामने आया है | राज्य में अब तक क्वारंटाइन सेंटर में हुई अनहोनी के दर्जन भर से ज्यादा मामले सामने आ चुके है | इसमें आत्महत्या , सर्पदंश से मौत , संदेहजनक मौत , शराब पीने की घटना , मरीजों के साथ मारपीट के अलावा मुलभुत सुविधाओं को लेकर तनाव की स्थिति निर्मित होने जैसे मामले शामिल है |