एक माह बाद घर लौटा रायपुर का यह नौजवान डॉक्टर, कोरोना वारियर्स के स्वागत के लिए सिर्फ परिजन ही नहीं पडोसी भी सड़कों पर, तालियां बजा कर किया स्वागत , छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने कोरोना वारियर्स की हौसला अफजाई की 

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रायपुर / बुधवार की शाम देवेंद्र नगर के एक घर के सामने खूब तालियां बजी | लोग अचानक अपने घरों से बाहर निकले और उन्होंने एक नौजवान का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया | यह नौजवान एक माह बाद अपने घर लौटा था | उसका चेहरा देखकर सिर्फ परिजन ही नहीं पड़ोसियों के चेहरे खिल उठे थे | कई दिनों बाद डॉक्टर शांतनु अपने घर लौटे थे | वे एम्स रायपुर में लगातार अपनी ड्यूटी पर तैनात थे | 

बता दे कि देश में एम्स रायपुर का नाम सुर्ख़ियों में है क्योकि यहाँ संक्रमित मरीजों के स्वास्थ सुधार की दर पूरी सौ फीसदी है | डॉक्टर शांतनु रायपुर के प्रसिद्ध अधिवक्ता शेखर साहेब अमीन के पुत्र है | पूरे एक माह बाद अपने इस लाड़ले बेटे को घर में देखकर परिजन फूले नहीं समाये | उन्होंने पारिवारिक परंपरा अनुसार उसका स्वागत किया | परिजनों ने डॉक्टर शांतनु को तिलक लगाया और उसकी आरती की | अरसे पर परिजनों और पड़ोसियों को एक साथ देखकर डॉक्टर साहब भी भावुक नजर आये | 

बताया जाता है कि एम्स रायपुर में डॉक्टर शांतनु ने मरीजों को संक्रमण मुक्त रखने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकी थी | कई बार उन्हें घर की याद सताई | लेकिन उन्होंने संयम बरता और अपने मोर्चे पर डटे रहे | उनकी हौशला अफजाई के लिए उनके घर पहुंचने  वालों में भाजपा कार्य समिति के वरिष्ठ सदस्य अंजय शुक्ला, दुर्गा कॉलेज के भूतपूर्व अध्यक्ष अशोक सरीन, कमलजीत सिंह होरा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने भी डॉक्टर शांतनु के उत्कृष्ट कार्यों की प्रशंसा की है | CGCS के कॉर्डिनेटर डॉक्टर कुलदीप सोलंकी ने इसे सुखद क्षण बताते हुए कहा कि बतौर डॉक्टर यही इस वर्ग की असल मानव सेवा है | उन्होंने डॉक्टर शांतनु को शुभकामनाएं भी दी |